मानसून दस्तक दे चुका है! इसके साथ ही शुरू हो जाएंगी बरसाती बीमारियां. आप जानते ही होंगे कि फूड प्वाइजनिंग की समस्या बारिश में आम है. क्योंकि इस मौसम में बढ़ी हुई नमी खाने को दूषित करने वाले बैक्टीरिया को फैलने में सहायक रहती है. ऐसे में वही खाना आपके पेट में जाकर आपको बीमार करता है. इससे बारिश के मौसम में अक्सर लोगों को पेट दर्द, उल्टी, लूज मोशन और मतली जैसी परेशानियों से दो-चार होना पड़ सकता है. ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे टिप्स जिसे फॉलो कर आप बरसात के मौसम में फूड प्वाइजनिंग की परेशानी को दूर भगा सकते हैं.
फॅालों करें ये टिप्स...
- आधा पका खाना भी न खाएं, क्योंकि ठीक से पकाए हुए खाने में कीटाणु मर जाते हैं, जिससे आप फूड प्वाइजनिंग का शिकार होने से खुद को बचा सकते हैं.
- किचन की साफ-सफाई जरूरी करें, क्योंकि किचन में बैक्टीरिया और वायरस पनपने का सबसे ज्यादा खतरा रहता है. इसलिए कोशिश करें कि किचन में बर्तनों, चाकू और अन्य चीजों को समय-समय पर साफ करते रहे.
- फल और सब्जी को ठीक से साफ करें ताकि इसपर मौजूद बैक्टीरिया आपके शरीर में प्रवेश न करें. दरअसल बरसात में वायरस और बैक्टीरिया फल और सब्जियों पर आसानी से चिपक जाते हैं, जो आपके लिए काफी ज्यादा नुकसानदायक है.
- पहले से कटे फल भी ना खाएं, क्योंकि इन फलों पर भी बैक्टीरिया चिपकने का खतरा रहता है. ऐसे में अगर इसका सेवन करेंगे तो बीमारी आपके पेट तक पहुंचेगी, जो आपके लिए काफी ज्यादा नुकसानदायक साबित हो सकता है.
- स्ट्रीट फूड से बनाएं दूरी, क्योंकि गली नुक्कड़ पर मिलने वाले स्ट्रीट फूड में बैक्टीरिया मौजूद होने का ज्यादा खतरा रहता है. ऐसे में बनती कोशिश मानसून में किसी भी तरह के बाहर के खाने से बचें.
- बासी खाना न खाएं इससे फूड प्वाइजनिं का खतरा बढ़ जाता है. क्योंकि मौसम की नमी के कारण खाने में बैक्टीरिया चिपकता है.
Source : News Nation Bureau