खराब जीवनशैली और गड़बड़ खानपान के चलते आजकल हमारी नींद पूरी नहीं हो पा रही है. नींद की कमी या नींद में गड़बड़ी के चलते स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं भी उत्पन्न हो रही हैं. वैसे नींद की कमी के चलते थकान महसूस होना, सुस्ती, सिरदर्द, मूड स्विंग्स, चिड़चिड़ापन, बीपी की समस्या आदि की समस्या के बारे में तो आपको पता भी होगा, लेकिन हम आपको नींद की कमी से शरीर पर पड़ने वाले कुछ अन्य दुष्परिणाम बता रहे हैं.
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याददाश्त पर बुरा प्रभाव
नींद की कमी होने से आप शारीरिक और मानसिक दोनों तरफ से परेशान हो सकते हैं. खराब नींद या बहुत कम नींद लेने से दिमाग की कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो सकती हैं, जिससे आपका मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ सकता है और आपकी याददाश्त प्रभावित कर सकता है. आपको ध्यान केंद्रित करने में भी कठिनाई का सामना करना पड़ता है. नींद की कमी के कारण मूड खराब होना, तनाव, चिंता आदि कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं.
इम्युनिटी कमजोर होना
आप रोज रात को 6-7 घंटे की नींद नहीं लेते हैं, तो यकीन मानिए आपकी इम्युनिटी यानि प्रतिरक्षा की क्षमता कमजोर हो जाती है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि एक मजूबत इम्युनिटी के लिए पूरी और बेहतर नींद सोना जरूरी है. अगर आप कम नींद लेते हैं, तो आप जल्दी बीमार पड़ते हैं क्योंकि आपकी इम्युनिटी कमजोर हो जाती है.
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वजन बढ़ना या मोटापा
नींद की कमी के चलते आपका वजन भी बढ़ सकता है और आप मोटापे के भी शिकार हो सकते हैं. जब आप देर से साते हैं या र्प्याप्त नींद नहीं लेते हैं, तो ज्यादा खाना खाते हैं और सामान्य से अधिक कैलोरी ग्रहण करते हैं. इससे आपको क्रेविंग हो जाती है, जो आपको मोटापे का शिकार बना देती है. नींद की कमी हार्मोनल परिवर्तन का कारण भी बन सकती है.
पाचन में गड़बड़ी
नींद की कमी से आपका पाचन तंत्र भी प्रभावित होता है. नींद की कमी के कारण पाचन संबंधी समस्याएं होती हैं. यह समस्याएं अनहेल्दी क्रेविंग और हाई कैलोरी के उपभोग से भी हो सकती हैं, जिससे कि आपकी एनर्जी भी कम हो जाती है.
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कार्डियोवैस्कुलर प्रॉब्लम्स
नीद में कमी से आप दिल की बीमारी के भी शिकार हो सकते हैं. नींद की कमी होने पर हाई बीपी, डायबिटीज, इंफ्लेमेशन, मोटापा, स्ट्रोक आदि का खतरा बढ़ता है. एक अध्ययन के अनुसार, 6 घंटे से कम नींद लेने वाले लोगों में डायबिटीज और दिल की बीमारियों का खतरा दोगुना रहता है.
Source : News Nation Bureau