21 जून को पूरी दुनिया में भव्य स्तर पर विश्व योग दिवस (Internationa Yoga Day 2020) मनाया जाता है . लेकिन इसबार महामारी कोरोनावायरस की वजह से योगा का सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं हो पाएगा. कोरोना को देखते हुए तय किया गया कि इस साल डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से योगा डे मनाया जाएगा. लोग 21 जून को सुबह 7 बजे योग दिवस समारोह जो डिजिटल प्लेटफॉर्म पर होगा उसमें शामिल हो सकते हैं. हर साल योग दिवस एक निश्चित थीम पर मनाया जाता है. इस साल भी थीम बनाया गया है. इस साल का थीम है 'योगा एट होम एंड योगा विद फैमिली'. यानी 'घर पर योग और परिवार के साथ योग'.
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वहीं सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने योगा डे से एक दिन पहले अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से योग का एक वीडियो ट्विट किया है. इसके साथ उन्होंने लिखा है, 'अपनी मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार के लिए इन योग का अभ्यास करें.'
मालूम हो कि एक नए शोध में यह सामने आया है कि ध्यान व श्वास से जुड़े व्यायाम जैसे प्राणायाम दिमाग को मजबूत बनाने व कार्यो पर ध्यान केंद्रित करने में मददगार साबित होता है. डबलिन के त्रिनिटी कॉलेज के शोध के प्रमुख खोजकर्ता इयॉन रॉबर्टसन ने कहा, 'हमारा शोध बताता है कि श्वास केंद्रित व्यायाम व दिमाग की स्थिरता के बीच मजबूत संबंध है.'
इस शोध के निष्कर्षो का प्रकाशन पत्रिका 'साइकोफिजियोलॉजी' में किया गया है. इसमें श्वसन व ध्यान के बीच न्यूरोफिजियोलॉजिकल संबंध को बताया गया है. शोध से पता चलता है कि सांस लेना ध्यान का एक प्रमुख तत्व व दिमागी व्यायाम है. यह सीधे तौर पर दिमाग में प्राकृतिक रासायनिक संदेशवाहक के स्तर को प्रभावित करता है, जिसे नॉरएड्रीलीन कहते हैं.
यह रासायनिक संदेशवाहक हमारे चुनौती, उत्सुकता, व्यायाम, ध्यान केंद्रित या भावनात्मक रूप से उत्तेजित होने पर जारी होते हैं, यदि यह सही स्तर पर उत्पन्न होते हैं तो यह दिमाग को नए संपर्क बनाने में मदद करते हैं. यह दिमाग के लिए टॉनिक के तौर पर काम करता है.