पीने के लिए साफ पानी जरूरी है ,लेकिन क्या आप के आर ओ प्लांट्स से आप को योग्य पानी मिलता है, क्योंकि रिवर्स ऑस्मोसिस की वजह से कई बार कई अहम मिनरल्स पानी से अलग होते है और यह पानी आप के शरीर के लिए नुखसान दायक ही होता है. घर हो या बाजार, सरकारी पानी का प्लांट हो या फिर रेस्टोरेंट, हर जगह आज कल आर ओ प्लांट्स लगे होते है और ज्यादातर लोग इस आर ओ के पानी का पीने के लिए इस्तेमाल करते है ,क्योंकि बताया जाता है की यह साफ पानी है. इसे पीने से कोई बीमारी नहीं हो सकती है ,लेकिन क्या आपको पता है की यह आर ओ पानी आपके सेहत के लिए नुक्सान देह साबित हो सकता है ,अगर टीडीएस सही नहीं होता है.
अब आप सोच रहे होंगे की यह टीडीएस होता क्या है, टीडीएस का मतलब होता टोटल डिसोल्व्ड सॉलिड ,यानी साल्ट आयन्स ...रिवर्स ऑस्मोसिस के जरिए इस पानी का प्यूरिफाई किया जाता है और पानी को पीने के योग्य बनाया जाता है लेकिन इस में खयाल रखना होता है टीडीएस का. अगर पानी में 300 मिलीग्राम से कम टीडीएस है तो वो पीने के लिए योग्य है, लेकिन कई बार रिवर्स ऑस्मोसिस के दोरान एक्सेस साल्ट लॉस होता है, जिस वजह से पानी में कई मिनरल्स की कमी होती है.
ये भी पढ़ें: एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना के आठ उम्मीदवारों की सूची जारी, देखें किसको कहां से मिला टिकट
इंसान की बॉडी के लिए सबसे जरूरी होते है मिनरल्स और अगर मिनरल्स आप की बॉडी को नहीं मिलते है तो इस का असर सीधे आप के स्वास्थ पर पड़ता है... क्योंकि आर ओ का पानी अगर आप ज्यादा समय के लिए पीते हैं तो यह आप के सेहत के नुखसानदायक साबित हो सकता है, क्योंकि कम टीडीएस वाले पानी में मैग्नेशियम और क्लेशियम जैसे मिनरल्स नही होते है और इनकी कमी की वजह से सबसे पहले इंसान की हड़िया कमजोर होती है. इसके अलावा ऐसे पानी से किडनी की बीमारी और न्यूरो प्रॉब्लम्स भी हो सकती है.. डाक्टरों का कहना है कि अगर आप के घर में भी आर ओ प्लांट लगा है तो एक बार जरूर देखिए की उस में टीडीएस का वैल्यू क्या है ,पानी का साफ दिखना ही काफी नहीं है ,पानी में मिनरल्स का होना भी जरूरी है.
Source : News Nation Bureau