जेईई मुख्य 2021 एग्जाम के सत्र 3 और 4 के बीच चार सप्ताह का अंतराल रखा जा सकता है. यह सलाह राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी एनटीए की ओर से दी गई है. शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने गुरुवार को जानकारी देते हुए बताया कि जेईई मुख्य 2021 सत्र चार का एग्जाम अब 26, 27 और 31 अगस्त व एक व दो सितंबर को आयोजित किया जाएगा. इसके साथ ही बताया गया कि जेईई मुख्य सत्र चार के लिए पंजीकरण का कार्य अभी जारी है. छात्रों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए पंजीकरण की अंतिम तारीख 20 जुलाई 2021 तक के लिए बढ़ाई जाएगी.
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चौथे चरण की जेईई मेंस परीक्षाएं अब 26 अगस्त से 2 सितंबर के बीच आयोजित की जाएंगी. जेईई (मेंस) सत्र 4 के लिए पंजीकरण शुरू हो चुका है. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने चौथे सत्र के लिए पंजीकरण की तारीख को 20 जुलाई तक बढ़ाने का फैसला किया है. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की सलाह पर यह निर्णय लिया गया है. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने गुरुवार को कहा कि छात्र समुदाय की लगातार मांग को देखते हुए और उम्मीदवारों को अपना प्रदर्शन बेहतर करने में सक्षम बनाने के लिए जेईई (मेंस) के सत्र 3 और सत्र 4 के बीच चार सप्ताह का अंतराल प्रदान करने की सलाह दी गई है. केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने यह सलाह नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के डीजी को दी है. केंद्रीय शिक्षा मंत्री की सलाह अनुसार, जेईई (मेंस) 2021 का चौथा सत्र अब 26, 27 और 31 अगस्त, और 1 और 2 सितंबर को आयोजित किया जाएगा. कुल 7.32 लाख उम्मीदवारों ने पहले ही जेईई (मेंस) 2021 के सत्र 4 के लिए पंजीकरण कराया है.
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तीसरे चरण की जेईई मेंस परीक्षाएं 20 जुलाई से 25 जुलाई तक आयोजित की जाएंगी. चौथे चरण की जेईई मेंस परीक्षाएं 26 से अगस्त से 2 सितंबर तक आयोजित की जाएंगी। पहले तीसरे चरण की जेईई मेंस की परीक्षाएं अप्रैल और चौथे चरण की जेईई मेंस परीक्षाएं मई में आयोजित की जानी थी, लेकिन कोरोना संक्रमण को देखते हुए तब यह परीक्षाएं स्थगित कर दी गई थी. चौथे चरण की परीक्षा के लिए 9 से 12 जुलाई तक आवेदन का समय था लेकिन अब इसे बढ़ाकर 20 जुलाई कर दिया गया है. जिन छात्रों ने पहले से ही इन परीक्षाओं के लिए आवेदन किया हुआ है उन्हें दोबारा आवेदन करने की आवश्यकता नहीं है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक यदि कोई छात्र परीक्षा केंद्र अपनी सुविधा के अनुसार बदलना चाहेगा तो उसे इसका विकल्प देना होगा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की कोशिश होगी कि छात्रों की इच्छा के अनुसार यह बदलाव कराया जाए. पिछली बार के मुकाबले इस बार परीक्षा केंद्रों की संख्या भी दोगुनी से अधिक की गई है ताकि सामाजिक दूरी का पालन किया जा सके. इस बार प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर कई क्षेत्रीय भाषाओं में भी जेईई की परीक्षाएं करवाई जाएंगी. इसके अंतर्गत छात्रों को अपनी मातृभाषा में परीक्षा देकर इंजीनियरिंग बनने का अवसर मिलेगा. इस बार 13 कुल विभिन्न भाषाओं में जेईई परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी.
Source : News Nation Bureau