Kalonji Benefits: कलौंजी, जिसे काला जीरा भी कहा जाता है, एक मसाला है जिसका उपयोग सदियों से पारंपरिक चिकित्सा में किया जाता रहा है. यह एंटीऑक्सीडेंट और आवश्यक तेलों से भरपूर होता है, जिसके कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं. कलौंजी को निगेला सेडा भी कहा जाता है, एक प्रकार का अनाज है जिसके बीज बहुत ही गुणकारी होते हैं. यह छोटे, गुलाबी रंग के बीजों के रूप में पाया जाता है और इसका उपयोग भोजन और चिकित्सा में होता है. कलौंजी के बीजों में कई पोषक तत्व और विटामिन होते हैं जैसे कि बी-कॉम्प्लेक्स, एफ, डी, और ई, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं.
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इसके बीजों में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट्स, और अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं. कलौंजी के बीज का इस्तेमाल भोजन में और दवाइयों के रूप में होता है. इन्हें सामान्यत: तेल, धान, रोटी, और सब्जियों में उपयोग किया जाता है. इसके अलावा, कलौंजी के बीज को चिकित्सा में भी उपयोग किया जाता है, जैसे कि उसका प्रयोग डायबिटीज, थायराइड, गठिया, बालों की समस्याएं, और अन्य रोगों के इलाज में किया जाता है. कलौंजी के बीज एक अत्यधिक प्रोटीन-और पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य सामग्री होते हैं और स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं. इसे नियमित रूप से खाने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है और विभिन्न रोगों का इलाज किया जा सकता है.
कलौंजी के इस्तेमाल से ये होते हैं फायदे
पाचन में सुधार
कलौंजी में एंटीस्पास्मोडिक गुण होते हैं जो पेट की ऐंठन और सूजन को दूर करने में मदद कर सकते हैं. यह अपच और गैस से राहत दिलाने में भी मदद कर सकता है.
सूजन को कम करने में मदद
कलौंजी में शक्तिशाली विरोधी भड़काऊ गुण होते हैं जो जोड़ों के दर्द, गठिया और सूजन से जुड़ी अन्य स्थितियों को कम करने में मदद कर सकते हैं.
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मधुमेह का नियंत्रित
कलौंजी रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है, जो मधुमेह वाले लोगों के लिए फायदेमंद हो सकती है.
प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाना
कलौंजी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने और संक्रमण से लड़ने में मदद कर सकती है.
हृदय स्वास्थ्य में सुधार
कलौंजी में कोलेस्ट्रॉल कम करने और रक्तचाप को नियंत्रित करने के गुण होते हैं, जो हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं.
बता दें कि कलौंजी का सेवन कई तरीकों से किया जा सकता है. इसे बीज के रूप में, पाउडर के रूप में या तेल के रूप में लिया जा सकता है. इसे पानी या दूध में भिगोकर भी लिया जा सकता है.
भोजन में मिलाएं
आप कलौंजी को करी, सब्जियां और सलाद में मिला सकते हैं.
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चाय के रूप में पिएं
आप कलौंजी के बीजों को पानी में उबालकर चाय बना सकते हैं.
पूरक के रूप में लें
आप कलौंजी के बीज या तेल के रूप में पूरक आहार ले सकते हैं. कलौंजी आमतौर पर सुरक्षित होती है, लेकिन कुछ लोगों को इससे एलर्जी हो सकती है. यदि आप गर्भवती हैं या स्तनपान करा रही हैं, तो कलौंजी का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करना सबसे अच्छा है.