उत्तर प्रदेश के कानपुर में हार्ट अटैक के मामलों में बढ़ोतरी हुई है. कड़ाके की ठंड में इस तरह की हेल्थ प्राब्लेम से लोग अपनी जान गंवा रहे हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि पहले कभी भी इतने कम दिनों में हार्टअटैक के इतने मामले नहीं देखे गए. डॉक्टरों का कहना है कि पोस्ट कोविड इफेक्ट और कड़ाके की ठंड ने हालात बिगाड़ दिए हैं. LPS Heart Disease Center के कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट के निदेशक प्रोफेसर विनय कृष्णा का कहना है कि संस्थान अलर्ट मोड पर काम रहा है. यूपी सरकार की मदद से रोगियों को फ्री इलाज मुहैया कराया जा रहा है. उनका कहना है कि सर्दी बढ़ रही है. इस कारण ब्लड प्रेशर के रोगियों को एहतियात बरतने को कहा गया है.
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बताया जा रहा है कि 1 से 9 जनवरी के ये आंकड़े अभी केवल कानपुर हृदय रोग संस्थान (LPS Heart Disease Center) से ही सामने आए हैं. ग्रामीण क्षेत्रों और अन्य सीएचसी अस्पतालों के आंकड़े इसमें अभी शामिल नहीं किए गए हैं. डॉक्टरों का कहना है कि ठंड में बीपी की समस्या बढ़ जाती है. ऐसे में बुजुर्ग लोगों के बीच यह समस्या अधिक हो जाती है.
ऐसे में कानपुर के हृदय रोग संस्थान ने एक कंट्रोल रूम भी आरंभ किया है. इसके साथ हेल्पलाइन नंबर जारी कर लोगों को मदद पहुंचाने का रास्ता साफ किया है. बढ़ते मामलों को लेकर सरकार की ओर से दवाइयों का बजट पास हुआ है. इमरजेंसी में अगर कोई मरीज आता है तो उसे दवा फ्री दी जाएगी. इसके साथ ही सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट की संख्या में इजाफा किया जाएगा. कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट के निदेशक प्रोफेसर विनय कृष्णा के अनुसार, शीतलहर में ह्रदय रोगी ठंड से बचाव रखना चाहिए. वहीं जरूरत पड़ने पर अपने शरीर को ढंक कर रखना चाहिए.
Source : News Nation Bureau