अक्टूबर अब तक मुख्य रूप से काफी सुखद महीना रहा है, जिसमें बारिश का मौसम हवा में एक नीप लाता है, लेकिन आमतौर पर इस महीने में, जिसे मानसून के बाद का समय माना जाता है, इस महीने में ह्यूमिडिटी की संभावना अधिक होती है.वहीं आज हम आपको बताते हैं अक्टूबर महीने से जुड़ी एक बीमारी के बारे में. जी हां आपको बताते दें एक्सपर्ट की रिसर्च के बाद से ये कहा जा रहा है कि इस महीने किडनी (Kidney Problems) की समस्याएं होने की ज्यादा उम्मीद रहती हैं. अक्टूबर के महीने में गर्म मौसम डिहाइड्रेशन (Dehydration) का कारण बन जाता है, जिसका सबसे ज्यादा असर गुर्दे पर पड़ता है, जो लोग रक्तचाप की दवाएं या दिल की दवाएं ले रहे हैं, उन्हें अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है क्योंकि गर्म और ह्यूमिड मौसम उनके गुर्दे को प्रभावित कर सकता है.
गर्म मौसम डिहाइड्रेशन का कारण बन सकता है, जिससे पथरी बनने की संभावना बढ़ जाती है. पेशाब की मात्रा अधिक होने से पेशाब में बैक्टीरिया के संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. गर्म मौसम अत्यधिक पसीने को बढ़ा सकता है और डिहाइड्रेशन को बढ़ा सकता है, जिससे रक्तचाप कम हो सकता है और गुर्दे को नुकसान हो सकता है.
अत्यधिक गर्म तापमान में, गर्मी की बीमारी भी हो सकती है. डिहाइड्रेशन से रक्त की मात्रा कम हो जाती है और परिणामस्वरूप निम्न रक्तचाप होता है, जिससे गुर्दे में रक्त का प्रवाह कम हो जाता है और गुर्दे ठीक से काम नहीं करते हैं. गर्मी में कई मेटोबॉलिक फंक्शन काम करना बंद कर देते हैं, जिसका असर किडनी पर दिखने लगता है.
अब आपको बताते हैं किडनी समस्याओं को कैसे दूर किया जा सकता है
1.प्राकृतिक पेय (Natural Drinks) जैसे विभिन्न प्रकार के तरल पदार्थों के साथ पर्याप्त जलयोजन बनाए रखें, जैसे नारियल पानी, छाछ, पानी, ग्रीन टी आदि का सेवन करते रहें
2. यूरीन के कलर को देखना जलयोजन सुनिश्चित करने के लिए एक अच्छा मीटर है. यदि रंग पानी जैसा है, तो यह पर्याप्त जलयोजन का सुझाव देता है.
3. पेन किलर के इस्तेमाल से बचें जो किडनी को नुकसान पहुंचा सकते हैं.
Source : News Nation Bureau