अगर आपके बच्चे के बेडरूम में भी है टीवी तो हो जाइये सावधान !

यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के शोधकर्ताओं ने पाया है कि जिन सात साल की उम्र के बच्चों के बैडरूम में टीवी है उनके वजन में बदलाव देखे गए है।

author-image
ruchika sharma
एडिट
New Update
अगर आपके बच्चे के बेडरूम में भी है टीवी तो हो जाइये सावधान !

मोटापा

Advertisment

मोटापा आजकल न सिर्फ बड़ों में बल्कि बच्चों में भी एक गंभीर समस्या के रूप में उभर रहा है खान-पान के तरीकों से लेकर खराब लाइफस्टाइल मोटापे का कारण है WHO के मुताबिक दुनियाभर में 42 मिलियन पांच साल के बच्चे मोटापे का शिकार है बच्चों में मोटापे से उन्हें गंभीर रोग जैसे डायबिटीज और दिल संबंधी बीमारियों के होने का खतर कई गुना ज्यादा बढ़ जाता है

हाल ही में यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के शोधकर्ताओं ने पाया है कि जिन सात साल की उम्र के बच्चों के बेडरूम में टीवी है उनके वजन में बदलाव देखे गए है। उन बच्चों के 11 साल की उम्र में मोटापे का शिकार होने की संभावना 30 प्रतिशत तक बढ़ जाती है।

यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन की शोधकर्ता अन्जा ने बताया, 'हमने शोध में पाया कि जिन बच्चों के बैडरूम में टीवी है उनमे मोटापा और शरीर में चर्बी जमा होने का खतरा बढ़ जाता है बच्चों में मोटापा होने की कई वजह है ज्यादा कंप्यूटर,टीवी और फोन का इस्तेमाल करने से मोटापा घटने के बजाए बढ़ता है।'

और पढ़ें: World Environment Day -'पवन गुरु, पानी पिता, माता धरत महत' क्या हाल कर दिया हमने ?

ये अध्ययन इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ओबेसिटी में प्रकाशित हुआ था। 

शोध में पाया गया कि बच्चे करीब 35 से 40 फीसदी अपने माता-पिता के शरीर के बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) से मोटापा विरासत में पाते हैं। यह इस पर निर्भर करता है उनके माता पिता कितने दुबले या मोटे हैं।

(चैंपियंस ट्रॉफी 2017 की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

Source : News Nation Bureau

obesity body mass index kids
Advertisment
Advertisment
Advertisment