Desi Ghee ke Fayde: देसी घी में मध्य प्राचीन समय से हार्ट ब्लॉकेज के उपचार में उपयोग किया जाता है. देसी घी में लिपिड्स, विटामिन और अन्य पोषक तत्व होते हैं जो रक्त को अधिक दक्षिण की ओर प्रवाहित करते हैं और लाभकारी होते हैं जिससे हृदय के रक्त संचार को सुधारता है. इसके अलावा, देसी घी में पाया जाने वाला विटामिन क भी प्राचीन समय से हृदय संबंधी बीमारियों के उपचार में मददगार होता है. इसलिए, संतुलित मात्रा में देसी घी का सेवन करने से हार्ट ब्लॉकेज के खतरे को कम किया जा सकता है. देसी घी खाने से सीधे तौर पर हार्ट ब्लॉकेज नहीं होती है.
हार्ट ब्लॉकेज के कारण:
धमनियों में वसा जमा होना: यह वसा जमा होने से धमनियां संकरी हो जाती हैं और रक्त प्रवाह कम हो जाता है.
उच्च रक्तचाप: उच्च रक्तचाप धमनियों को नुकसान पहुंचा सकता है और उन्हें संकरा कर सकता है.
मधुमेह: मधुमेह धमनियों को नुकसान पहुंचा सकता है और उन्हें संकरा कर सकता है.
धूम्रपान: धूम्रपान धमनियों को नुकसान पहुंचा सकता है और उन्हें संकरा कर सकता है.
अनुपयुक्त जीवनशैली: व्यायाम की कमी और अस्वास्थ्यकर भोजन हार्ट ब्लॉकेज के खतरे को बढ़ा सकता है.
देसी घी में वसा की मात्रा अधिक होती है, लेकिन यह वसा मुख्य रूप से मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसैचुरेटेड वसा होती है, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती हैं. हालांकि, देसी घी का अत्यधिक सेवन हार्ट ब्लॉकेज के खतरे को बढ़ा सकता है, खासकर यदि आपको पहले से ही हृदय रोग है. इसलिए, हृदय रोगियों को देसी घी का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए.
देसी घी का सेवन कम मात्रा में करें. देसी घी का उपयोग केवल स्वस्थ भोजन बनाने के लिए करें. अगर देसी घी का उपयोग तले हुए भोजन बनाने के लिए न करें. आपको हृदय रोग है, तो देसी घी का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें. हार्ट ब्लॉकेज एक गंभीर बीमारी है. अगर आपको हार्ट ब्लॉकेज के लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
हार्ट ब्लॉकेज के लक्षणों में शामिल हैं:
सीने में दर्द: यह दर्द तेज, दबाव या जलन जैसा हो सकता है.
सांस लेने में तकलीफ: यह तकलीफ हल्की या गंभीर हो सकती है.
थकान: यह थकान अचानक और गंभीर हो सकती है.
चक्कर आना या बेहोश होना: यह लक्षण गंभीर हार्ट ब्लॉकेज का संकेत हो सकता है.
अगर आपको हार्ट ब्लॉकेज के लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
Source : News Nation Bureau