राजधानी दिल्ली के लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल में कोरोनावायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन के 12 संदिग्ध मरीजों को भर्ती किया गया है. पुष्टि के लिए इन सबकी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. टाइम्स में छपी खबर में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि इनके लक्षणों को ओमीक्रॉन के असर जैसा बताया जा रहा है. अस्पताल सूत्रों के मुताबिक आठ संदिग्ध मरीजों को गुरुवार दोपहर एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. वहीं चार संदिग्धों को शुक्रवार दोपहर भर्ती करवाया गया है. इनमें से दो की कोरोना रिपोर्ट पहले ही पॉजिटिव आ गई थी. इन सबको आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है. संदिग्ध मरीजों की सघन निगरानी की जा रही है.
जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को अस्पताल में भर्ती किए गए ओमीक्रॉन के चार संदिग्ध मरीजों में दो यूके, एक फ्रांस और एक नीदरलैंड्स की यात्रा से हाल ही में वापस लौटे हैं. इन सबकी रिपोर्ट को भी जीनोम सिक्वेंसिंग जांच के लिए भेजा गया है.
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कर्नाटक में गुरुवार को ही कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन के दो मरीजों की पुष्टि हुई है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा था कि कोरोना के सबसे खतरनाक और संक्रामक बताए जा रहे ओमीक्रॉन के दो मरीजों में एक साउथ अफ्रीका का 66 साल का नागरिक है और वापस जा चुका है. वहीं दूसरा 46 साल का डॉक्टर है और उसकी फिलहाल कोई हालिया ट्रैवल हिस्ट्री सामने नहीं आई है.
दुनिया में ओमीक्रॉन वेरिएंट के पहले मरीज की पुष्टि 25 नवंबर को साउथ अफ्रीका में की गई थी. विश्व स्वास्थ्य संगठन ( WHO) के मुताबिक इस मरीज के सैंपल को 9 नवंबर को जांच के लिए इकट्ठा किया गया था. 26 नवंबर को संगठन ने कोरोना के नए वेरिएंट B.1.1.529 का नाम ओमिक्रॉन रखा था.
- दुनिया के कई देशों के साथ ही भारत ने भी इस नए और तेज संक्रामक कोरोना वेरिएंट से बचाव के लिए पुरजोर तैयारियां की हैं. सरकार ने आम लोगों से भी सभी सुरक्षा उपायों को अपनाने और सतर्क रहने की अपील की है.
HIGHLIGHTS
- ओमीक्रॉन का पहला मरीज 25 नवंबर को साउथ अफ्रीका में मिला
- दिल्ली में ओमीक्रॉन के 12 संदिग्ध मरीजों की चर्चा
- आठ संदिग्ध मरीज गुरुवार और चार शुक्रवार को भर्ती किए गए