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सूंघने की क्षमता में कमी देती है अल्जाइमर के खतरे का संकेत

सुगंध में अंतर को नहीं पहचान पाता तो उसमें अल्जाइमर रोग विकसित होने का खतरा है, एक नए शोध में यह जानकारी दी गई है।

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Aditi Singh
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सूंघने की क्षमता में कमी देती है अल्जाइमर के खतरे का संकेत
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अगर कोई नींबू और पेट्रोल के सुगंध में अंतर को नहीं पहचान पाता तो उसमें अल्जाइमर रोग विकसित होने का खतरा है, एक नए शोध में यह जानकारी दी गई है। यह माना जाता है कि अल्जाइमर रोग के लक्षण दिखने के 20 साल पहले से ही दिमाग को क्षति पहुंचाने लगता है। वैज्ञानिक इस रोग का जल्द से जल्द पता लगाने के लिए काम कर रहे हैं, ताकि इसका समय रहते इलाज ढूंढा जा सके।

जनरल न्यूरोलॉजी में प्रकाशित इस अध्ययन में बताया गया है कि इस रोग की पहचान सूंघने की साधारण जांच के जरिए की जा सकती है।

मैकगिल विश्वविद्यालय के शोधकर्ता जॉन ब्रेटनर ने कहा, 'इस क्षेत्र में किए गए सभी तरह से शोधों के बावजूद अल्जाइमर रोग का प्रभावी इलाज अभी तक ढूंढा नहीं जा सका है।'

ब्रेटनर ने कहा, 'लेकिन अगर हम इस रोग के लक्षणों को पांच साल तक रोकने में भी कामयाब हो जाएं तो इस रोग से होनेवाली हानि 50 फीसदी तक कम हो सकती है।'

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शोध की प्रथम लेखिका और मैकगिल विश्वविद्यालय की डॉक्टोरल छात्रा मैरी-एलीसे लाफैले-मैग्नम ने बताया, 'यह पहली बार हुआ कि कोई गंध की क्षमता से अनुवांशिक लक्षणों को पहचान पाया हो, जोकि बीमारी के शुरू होने का संकेत है।'

उन्होंने कहा, 'पिछले 30 से ज्यादा सालों में वैज्ञानिकों ने स्मृति लोप और मरीजों के सूंघने की क्षमता में कमी का संबंध जोड़ पाने में सक्षम हुए हैं।'

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WHO की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनियाभर में 47 मिलियन लोग इस रोग से पीड़ित है और हर साल 77 मिलियन नए केस दर्ज किये जाते है। यह बीमारी बढ़ती उम्र में होती है।

शुरुआती स्टेज के लक्षण

  • चीजें भूल जाना
  • वक्त का ख्याल न रहना
  • परिचित स्थानों में खो जाना

बीच की स्टेज के लक्षण

  • हाल में हुई घटनाओं और लोगों के नामों को भूल जाना
  • निजी देखभाल में मदद की ज़रूरत है
  • व्यवहार में बदलाव आना , बार-बार एक ही सवाल पूछना

आखिरी स्टेज

  • समय और जगह से अनजान हो जाना
  • रिश्तेदार या दोस्तों को पहचानने में मुश्किल
  • चलने में दिक्क्त

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जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है वैसे ही पीड़ित की याददाश्त कमजोर होने लगती हैं। इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है। अगर कोई व्यक्ति इस बीमारी से बचना चाहता है, तो वह अपने लाइफस्टाइल में बदलाव लाता रहे। 

IANS के इनपुट के साथ

Source : News Nation Bureau

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