पुरुषों में भी ब्रेस्ट कैंसर होता है... ये बात कोई अफवा या मजाक नहीं, बल्कि हकीकत है. दरअसल हाल ही में अमेरिका के फ्लोरिडा में एक ऐसा ही मामला पेश आया, जहां 43 साल के जैक यारब्रॉ को खुद के ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित होने का पता चला. हालांकि डॉक्टर ने उन्हें इसे लेकर स्पष्ट तौर पर सावधान रहने की हिदायत दी थी, बावजूद इसके उन्होंने इसे इग्नोर किया. धीरे-धीरे हर बीतते दिन के साथ, उनकी ये परेशानी बढ़ने लगी और आखिरकार ब्रेस्ट कैंसर के चौथे स्टेज में पहुंचते ही उनकी तबीयत खराब होने लगी...
डॉक्टर ने बताया कि, ब्रेस्ट कैंसर का शिकार जैक के इलाज में हल्की सी भी देरी, उनके लिए जानलेवा साबित हो सकती थी. हालांकि डॉक्टर के मुताबिक पुरुषों में इसकी संभावना महिलाओं के तुलना में काफी कम होती है, मगर ये पुरुषों के लिए ज्यादा घातक साबित हो सकता है.
जैक के मामले में आज से करीब ठीक 5 साल पहले, उन्हें इसके शुरुआती लक्षण का मालूम हुआ. जब उनकी छाती के बाएं निपल के नीचे उन्हें एक बहुत बारीक गांठ महसूस हुई. पहले तो उन्हें लगा कि शायद ये कोई चोट है, मगर फिर धीरे-धीरे वो गांठ बड़ी और मोटी हो गई.
पहली ही जांच में उन्हें अपने ब्रेस्ट कैंसर होने का पता चला, मगर उन्होंने इसे नजरअंदाज किया. मगर फिर बीतते वक्त के साथ उन्हें इसका असर भी अपने शरीर पर नजर आने लगा, जिसके बाद दोबारा जांच कराई, तबतक ये कैंसर अपने चौथे और गंभीर स्टेज पर पहुंच चुका था. धीरे-धीरे ये कैंसर जैक के लिम्फ नोड्स-फेफड़ों तक पसर गया. लिहाजा उन्होंने इसका इलाज शुरू किया...
ऐसे होता है इलाज...
तमाम डॉक्टरों से राय-मशवरा के बाद, आखिरकार जैक ने इसका इलाज लेना शुरू किया. इसके लिए वो हर तीन महीने में कीमोथेरेपी और रेडिएशन थैरेपी कराते हैं. उनके मुताबिक वो अबतक 12 कीमोथेरेपी और 36 से ज्यादा रेडिएशन थैरेपी करा चुके हैं. बावजूद इसके उनपर मौत का खतरा बरकरार है.
Source :