Measles Disease: मीजल्स एक अत्यंत संक्रामक वायरल बीमारी है जो मुख्य रूप से म्यूजिक वायरस (Measles Virus) द्वारा होती है. यह वायरस हवा में मौजूद केमिकल के माध्यम से फैलता है और संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने वाले सिर, नाक और गले के रसायनिक मोलेक्यूल्स के माध्यम से प्रसार होता है. मीजल्स के प्रमुख लक्षणों में तेज बुखार, खांसी, साइनस, आँखों में लालिमा और त्वचा पर छलांगें शामिल हैं. यह बीमारी अधिकांशत: बच्चों में होती है, लेकिन वयस्क भी संक्रमित हो सकते हैं. मीजल्स का उपचार अधिकतर संक्रमण और त्वचा के लिए राहत प्रदान करने के लिए अनुभवी चिकित्सकों द्वारा प्रदान किया जाता है. टीकाकरण मीजल्स के खिलाफ सबसे प्रभावी साधन है, जो सार्वजनिक स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इसलिए, समाज में जनरलाइज्ड टीकाकरण अभियानों का समर्थन करना बहुत महत्वपूर्ण है. अगर मीजल्स के लक्षण प्रकट होते हैं, तो व्यक्ति को तुरंत चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए और सामाजिक संपर्क से दूर रहना चाहिए ताकि बीमारी का प्रसार न हो. अगर आंकड़ों की बात करें तो दुनियाभर में हर साल 1 करोड़ लोग मीजल्स से संक्रमित होते है, इससे 1 लाख से ज्यादा बच्चों की मृत्यु होती है. 2022 में आएं WHO ( World Health Orgnisation) के डेटा अनुसार, भारत में मीजल्स के 40 हजार से ज्यादा मामले दर्ज हुए.
मीजल्स के लक्षण
उच्च तापमान (बुखार): मीजल्स के प्रारंभिक लक्षण में उच्च तापमान होता है, जो अक्सर 101 डिग्री फारेनहाइट (38.3 डिग्री सेल्सियस) से अधिक होता है.
खांसी: सूखी या गीली खांसी मीजल्स का एक अवश्यक लक्षण है.
साइनस (नाक बंद होना): नाक बंद होना या साइनस के अन्य लक्षणों की उपस्थिति.
आँखों में लालिमा (कंजक्टिवाइटिस): आँखों की लालिमा, आँखों में जलन और खराश हो सकती है.
त्वचा पर रैशेज: रैशेज का प्रकट होना, जो सामान्यत: कान के पीछे से प्रारंभ होता है और फिर चेहरे और शरीर के अन्य हिस्सों में फैल जाता है.
आमाशय में सूजन: कुछ मामलों में आमाशय में सूजन के लक्षण भी हो सकते हैं, जो उत्पन्न हो सकता है क्योंकि यह वायरस आमाशय को उत्तेजित करता है.
मीजल्स के इलाज में ये तरीके शामिल हो सकते हैं
आराम और हाइड्रेशन: मीजल्स के दौरान, अधिकतम आराम और पर्याप्त पानी पीना बहुत महत्वपूर्ण है. यह रोगी के शरीर को स्थिर रखता है और डेहाइड्रेशन को रोकता है.
दवाइयाँ: डॉक्टर द्वारा परामर्श के बाद, अंतर्गत शामिल हो सकती हैं जैसे कि नौकारी, फिर उपयुक्त रोग उपचार के लिए और प्राथमिक लक्षणों का उपचार करने के लिए अंतर्गत होती हैं.
टीकाकरण: मीजल्स से बचाव के लिए एक टीका उपलब्ध है, जो कि संभावतः इस बीमारी के खिलाफ सबसे प्रभावी साधन है. लोगों को इस टीके को लेने की सलाह दी जाती है, विशेष रूप से बच्चों को.
संदेहित संक्रमित व्यक्तियों के लिए कार्रवाई: यदि कोई व्यक्ति मीजल्स से प्रभावित होता है, तो उन्हें अलग किया जाता है ताकि उनके संक्रमण का प्रसार रोका जा सके.
मीजल्स के इलाज में सही समय पर चिकित्सा परामर्श लेना बहुत महत्वपूर्ण है. चिकित्सक केवल रोग के लक्षणों के आधार पर सही इलाज का निर्धारण कर सकते हैं.
Source : News Nation Bureau