Mental Health Awareness: शरीर के अन्य अंगों की तरह दिमाग में भी समस्याएं हो सकती हैं और वह भी बीमार हो सकता है जो आगे जाकर मनोरोग में तब्दील हो सकता है. विशेषज्ञों ने यह बात कही है. 'क्या आपका दिमाग खुश है' विषय पर आयोजित बेविनार में मनोवैज्ञानिक चिकित्सक निवेदिता सिंह ने कहा कि हालांकि आमतौर पर लोग इसे स्वीकार नहीं करते हैं, लेकिन यह सच है कि जब भी हमारे सामने कोई ऐसी चुनौती आती है जो दिमाग से जुड़ी होती है तो इससे हमारा दिमाग बीमार हो सकता है और आगे सिजोफ्रेनिया, अवसाद, बाई पोलर, अत्यधिक चिंता जैसी बीमारी हो सकती है. ऐसे वक्त में मनोवैज्ञानिक की सलाह की जरूरत होती है.
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मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता के लिए यह वेबिनार रविवार को आयोजित हुआ. इस अवसर पर निवेदिता ने कहा, "आजकल लोग मानसिक स्वास्थ्य और मनोरोग को लेकर भ्रम में है. वे इस बात को स्वीकार नहीं करना चाहते कि शरीर के दूसरे अंगों की तरह दिमाग भी बीमार हो सकता है." इस वेबिनार को टेक्सास यूनिवर्सिटी में बिजनेस के प्रोफेसर राज रघुनाथन ने भी संबोधित किया. उन्होंने मनोरोग संबंधी चुनौतियों के समाधान के लिए टिप्स सुझाए.
अक्सर हम लोग हर शारीरिक बीमारी के बारें में सचेत और गंभीर रहते हैं, लेकिन मानसिक बीमारी (मेंटल हेल्थ) के तरफ ध्यान ही नहीं देते हैं. हम एक ही बात को हर समय सोचते रहते है, जिससे हमारा स्वास्थ्य काफी प्रभावित होता है. मानिसक तनाव के पीछे कई वजहें होती है जैसे- ऑफिस की टेंशन, घर की जिम्मेदारियां, करियर में आगे बढ़ने की चिंता इसके अलावा वास्तु दोष भी मानसिक तनाव के लिए जिम्मेदार हैं. ऐसे में आप आयुर्वेद के इन कुछ तरीकों को अपनाकर मानिसक तनाव से राहत पा सकते हैं.
Source : IANS