महीने के 5 से 6 दिन लेडीज के लिए काटने बड़े मुश्किल होते है. ये दिन उनके पीरियड्स के होते है. इस दौरान ना सिर्फ उन्हें दर्द झेलना पड़ता है. इस दौरान ब्लड, क्रैम्प्स, स्ट्रेस जैसी दिक्कते बहुत होती है. ना सिर्फ ये बल्कि मूड स्विंग्स भी बहुत होते है. जिसमें गुस्सा, रोना, उदासी, चिड़चिड़ापन जैसी प्रॉब्लम्स होनी शुरू हो जाती है. इस दौरान जो दर्द होता है उसके लिए प्रोस्टाग्लैडिन नाम का हॉर्मोन जिम्मेदार होता है. ये दर्द इतना ज्यादा बढ़ जाता है कि इससे मूड और पूरे दिन पर असर पड़ता है. अब, ये तो पता है कि इस दौरान ऐसी दिक्कते होती है लेकिन, उन्हें कैसे मैनेज करें वो भी देख लीजिए.
हेल्दी डाइट
पीरियड्स के दौरान आपके खाने में फाइबर से भरपूर फूड्स शामिल करना बहुत जरूरी होता है. इसमें भी हरी सब्जियों को ऐड करें. जिसमें वेजिटेबल सूप, स्मूदी वगैराह शामिल है. इससे बॉडी को रिफ्रेशमेंट मिलती है. इसके साथ ही एनर्जी भी बढ़ती है. इसलिए, इस टाइम मैग्नीशियम से भरपूर फूड्स खाने चाहिए. मैग्नीशियम से भरपूर चीजों को डाइजेस्ट करना भी आसान होता है. इससे आपका मूड भी अच्छा रहता है.
हाइजीन
इस दौरान हाइजीन का ख्याल पूरा रखें वरना इसकी वजह से भी मूड पर बेहद असर पड़ता है. हाइजीन का ख्याल कैसे रखें वो भी बता देते है. इसके लिए सैनिटरी पैड, मेंस्ट्रुअल कप या टैम्पॉन को कम से कम दो बार बदलना चाहिए. इसके साथ ही वेजाइनल वॉश का इस्तेमाल भी ठीक तरह से करना चाहिए. ये आपके वेजाइना के अच्छे बैक्टीरियाज को भी खत्म कर देता है. इन्हीं तरीकों को याद रखेंगे तो आपको पीरियड्स में मूड स्विंग्स जैसी प्रॉब्लम्स नहीं आएंगी.
एक्सरसाइज
एक्सरसाइज तो करनी ही चाहिए चाहें तबियत ठीक हो या ना हो. ऐसे टाइम पर तो एक्सरसाइज करना और भी फायदेमंद होता है. मूड को सही करने का सही तरीका वैसे एक्सरसाइज ही है. इस टाइम पर सिर्फ फिजिकल एक्सरसाइज नहीं बल्कि मेंटल एक्सरसाइज भी करनी चाहिए. जिसमें मेडिटेशन, योगा, स्ट्रेचिंग वगैराह बहुत जरूरी है. इससे बॉडी तो रिलैक्स होती ही है लेकिन साथ में इससे मूड भी बेहतर होता है.