Migraine Problem: मौसम में बदलाव आना आम बात है. लेकिन इस बदलाव का हमारे शरीर पर सीधा असर पड़ता है. कई बार तो हमें कुछ सीजनल बीमारियों का भी सामना करना पड़ता है, लेकिन कई बार गंभीर बीमारियां भी हमें घेर लेती हैं. ऐसी बीमारियों में से एक है माइग्रेन. जी हां बदलती लाइफस्टाइल के चलते लोग अपनी सेहत पर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं. यही वजह है कि कुछ गंभीर मर्ज घेरने लगते हैं. माइग्रेन भी ऐसा ही मर्ज है. माइग्रेन एक तेज दर्द है जो आमतौर पर सिर के एक हिस्से में होता है. यानी आपको सिर में एक तरफ इतना जोरदार दर्ज होगा आप सहन नहीं कर पाएंगे. लेकिन कई बार इस बात का जानना मुश्किल हो जाता है. यह एक सीधे दर्द के साथ अनेक अन्य लक्षणों के साथ भी होता है. आइए जानते हैं क्या है माइग्रेन के लक्षण और कैसे करें इसका उपचार.
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यह हैं माइग्रेन के लक्षण:
1. दर्द:
सीधा और तेज दर्द. आमतौर पर यह दर्द सिर के एक हिस्से में होता है. आप सिर एक हिस्से से दिनभर दुख सकता है और ये दर्द कुछ दिनों तक भी चल सकता है. अगर ऐसा होता है तो मान लें कि आप माइग्रेन हो सकता है.
2. उबकाई या उल्टी:
अगर आपको आए दिन बहुत ज्यादा उबकाई यानी उबासी आती है तो ये माइग्रेन का कारण हो सकता है. इसके अलावा कुछ मामलों में लगातार उल्टियां होना भी शामिल हैं. कुछ लोगों को आए दिन उल्टी होती है.
3. अत्यधिक आलस और थकान:
माइग्रेन के लक्षणों में कुछ लक्षण ऐसे हैं जो आपको बहुत सामान्य लगेंगे. जैसे माइग्रेन के समय आपको बहुत ज्यादा आलस आएगा. यही नहीं आप काफी थकान भी महसूस कर सकते हैं. ऐसा होता है तो अलर्ट हो जाएं.
4. चक्कर आना:
माइग्रेन के लक्षणों में चक्कर आना भी शामिल है. कुल लोगों को या कुछ मामलों में कभी-कभी चक्कर आने लगते हैं. जो संकेत है कि आप माइग्रेन के शिकार हो सकते हैं या फिर हो चुके हैं.
5. आंखों के पीछे या आंखों के पास दर्द:
अगर आपको आंखों के पीछे या आस-पास दर्द होता है. या फिर बोहों के आस-पास दर्द बना रहता है तो इसे सर्दी या अन्य चीजों से जोड़कर ना देखें. यह भी माइग्रेन का अलर्ट हो सकता है. माइग्रेन के लक्षणों में आंखों का दर्द भी शामिल हैं.
6. तेजी से बदलता दर्द:
दर्द तेजी से बदल सकता है, एक ही जगह से दूसरी जगह जाकर आपको ये परेशान कर सकता है. अगर ऐसा हो रहा है तो सतर्क हो जाएं.
कैसे करें माइग्रेन का उपचार:
1. आराम:
जब भी आपको माइग्रेन का अटैक आए या फिर दर्द हो रहा हो तो ऐसे समय में आराम करना बहुत जरूरी है. इसके अलावा धूप से भी बचना चाहिए. इससे आपको दर्द में मदद मिलेगी.
2. दवा:
माइग्रेन से बचाव के लिए अपने चिकित्सक से सलाह जरूर लें. उनकी बताई गई दवाओं का सेवन भी समय-समय पर करते रहें. इससे आप माइग्रेन के दुष्प्रभावों से बचे रहेंगे.
3. स्नान:
ठंडे पानी से स्नान करना भी दर्द को कम करने में मदद कर सकता है. माइग्रेन में सिर दर्ज या बदन दर्ज होने पर आप ठंडे पानी से नहाते हैं तो आपकी मांसपेशियों में ब्लक सर्कुलेशन बढ़ने लगाता है. जो दर्द को कम करने में मददगार होता है.
4. चिकित्सा:
बारिश, धूप, या तेज रौशनी से बचना भी माइग्रेन को कम कर सकता है।
5. स्वस्थ जीवनशैली:
नियमित व्यायाम, सही खानपान, और अच्छी नींद से माइग्रेन को नियंत्रित किया जा सकता है.
बता दें कि माइग्रेन एक बीमारी है जिसे ध्यानपूर्वक और आदर्श उपचार के साथ नियंत्रित किया जा सकता है. आपको बार-बार माइग्रेन हो रहा है तो बेहतर हैं कि आप संबंधित डॉक्टर से संपर्क करें और उनकी परामर्श के आधार पर ही दवाएं लें.
Source : News Nation Bureau