Millets Health Benefits: हमारे रोजमर्रा के खाने में आटे और चावल का कोई विकल्प नहीं है. यह हर रोज किसी न किसी रूप में हमारे भोजना का हिस्सा बन चुका है. उपभोक्ता को यह आसानी से उपलब्ध हो जाता है. मगर भारत में एक समय ऐसा था जब मोटे अनाज की डिमांड ज्यादा थी. इसकी खेती भी पहले अधिक होती थी. मगर अब इसकी जगह आटे और चावल ने ले ली है. विशेषज्ञों का कहना है कि आटे और चावल के ज्यादा सेवन से आज शुगर और बीपी जैसी बीमारियां आम हो चुकी हैं. इसके साथ मोटापे के मामले भी बढ़ रहे हैं. वहीं मोटा अनाज हर मामले में गुणवत्ता के साथ पौष्टिक आहार के रूप में जाना जाता है. इसके सेवन से न सिर्फ शुगर और बीपी जैसी बीमारियों को दूर रखा जा सकता है, बल्कि मोटापे पर लगाम लग सकती है.
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हाल ही में पीएम मोदी ने भाजपा की संसदीय दल की बैठक में सभी सांसदों को मोटा अनाज खाने का सुझाव दिया था. इसके साथ उन्होंने जी-20 की बैठक में मोटा अनाज के व्यंजन को प्रमुखता से दिए जाने की सलाह दी थी. पीएम कई मौकों पर मोटा अनाज को लेकर चर्चा कर चुके हैं. 'मन की बात' में भी उन्होंने के इस अनाज के प्रति जागरुकता लाने की बात कही थी. तो आइए जानते हैं कि आखिर क्या है मोटा अनाज और इसके फायदे.
मोटा अनाज है क्या
ज्वार, बाजरा, मक्का, जौ, रागी आदि को मुख्य रूप से मोटा अनाज माना जाता है. यह पोषक तत्वों का भंडार है. इसे सुपरफूड भी कहा जाता है. इसके सेवन से हमारे शरीर को कई फायदे होते हैं. शरीर में स्फूर्ति के साथ बीमारियों से लड़ने की क्षमता उत्पन्न होती है.
शरीर को मिलती है गर्माहट
मोटा अनाज की तासीर काफी गर्म होती है. इस कारण उसके सेवन से शरीर को गर्माहट भी मिलती. इससे हम ठंड से बचे रह सकते हैं. इसके साथ कई पोषक तत्व भी शरीर के लिए लाभकारी है. मोटा अनाज खाने से पाचन तंत्र को लाभ होता है. इससे पेट को लाभ मिलता है. कब्ज, गैस, एसिडिटी जैसी समस्या सामने नहीं आती है. मोटा अनाज हड्डियों के लिए लाभकारी है. इसे शरीर को अच्छा कैल्शियम भी मिलता है. ये हड्डियों के विकास के साथ उसे मजबूत बनाता है.
मधुमेह रोगियों के लिए लाभकारी
मोटा अनाज डायबिटीज के लिए बेहद लाभारी है. दरअसल गेहूं का सेवन शुगर के मरीजों के लिए नुकसानदेह है. गेहूं में नेचुरल शुगर होती है, जो मधुमेह के रोगियों के लिए लाभकारी नहीं है. बाजरा, रागी, ज्वार के सेवन से शुगर को नियंत्रित किया जा सकता है.
HIGHLIGHTS
- गुणवत्ता के साथ पौष्टिक आहार के रूप में जाना जाता
- शुगर और बीपी जैसी बीमारियों से दूर रखा जा सकता है
- कब्ज, गैस, एसिडिटी जैसी समस्या सामने नहीं आती है