कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी ने देश को फिर से परेशान करके रखा है, लेकिन इस बार की समस्या पिछले साल के मुकाबले कई गुना ज्यादा और बढ़ी है. इस बार ये वायरस (COVID-19) सीधे आपके फेफड़ों तक पहुंच रहा है, और जब तक लोगों को इस बारे में पता चलता है तब तक काफी देर हो चुकी होती है. हैरानी की बात है कि इस बार फेफड़ों को नुकसान पहुंचाने के बाद ही कोरोना के लक्षण (Corona Symptoms) दिखाई दे रहे हैं. पहले कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर लोगों को बुखार आता था, उन्हें खांसी-जुकाम की समस्या हो जाती थी. टेस्ट आना खत्म हो जाता था. लेकिन अब तो बिल्कुल अलग लक्षण नजर आ रहे हैं. अब मरीज को ये सारी समस्याएं बाद में होती हैं. वायरस पहले प्लेटलेट्स पर हमला कर रहा है.
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प्लेटलेट्स पर हमला
एक नई रिपोर्ट में कोरोना वायरस के बिल्कुल नए लक्षण बताए गए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना संक्रमण होने पर मरीज की प्लेटलेट्स अचानक से गिर जाती हैं और उसे बहुत ज्यादा थकावट महसूस होने लगती है. जबकि बुखार और सांस में तकलीफ जैसे लक्षण बाद में उभरते हैं. इन शुरुआती लक्षणों को इग्नोर करना घातक साबित हो सकता है. इनको इग्नोर करने से मरीज की महज कुछ ही घंटों में मौत हो सकती है. रिपोर्ट्स के मुताबिक एक व्यक्ति ने बहुत ज्यादा थकावट महसूस होने पर अपना ब्लड टेस्ट करवाया. जिसमें पता चला कि उनके शरीर की प्लेटलेट्स अचानक गिरकर 85,000 रह गई हैं. उन्होंने ये ब्लड टेस्ट डॉक्टर की सलाह पर करवाया था. उसके बाद उसकी कोविड रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई.
शुरुआत में नहीं दिखे कोई लक्षण
लखनऊ में भी एक व्यक्ति के बहुत अधिक थकावट महसूस होने के बाद जब डॉक्टर ने उसका ब्लड टेस्ट करवाया तो उनकी प्लेटलेट्स सिर्फ 21 हजार निकलीं. दवाइयों से उनकी स्थिति में कुछ सुधार हुआ लेकिन 16 अप्रैल को सांस लेने में तकलीफ के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां सीटी स्कैन (CT Scan) में पता चला कि उन्हें कोविड निमोनिया (Covid pneumonia) था. फेफड़ों में इंफेक्शन बढ़ने की वजह से 20 अप्रैल को मरीज की मौत हो गई. मृतक के पिता के मुताबिक सूखी खांसी, बुखार या सांस फूलने जैसे कोई लक्षण नजर नहीं आए थे.
क्या बोले डॉक्टर ?
डॉक्टरों का कहना है कि 'थकान या अस्वस्थता वायरल बुखार के लक्षण हैं. कोविड भी एक तरह का वायरल है जिसमें लोगों को बुखार के साथ ये दोनों महसूस होते हैं. सामान्य तौर पर एक इंसान का प्लेटलेट काउंट 1.5 से 4.5 लाख ब्लड प्रतिलीटर होता है. लेकिन कई मामलों में ये 75,000 से 85,000 प्रति लीटर तक चला जाता है. कई बार डेंगू या किसी अन्य बीमारी में मरीज की गलती से भी प्लेटलेट काउंट गिर जाता है. हमारी सलाह है कि यदि कोई व्यक्ति थकावट या अस्वस्थ महसूस करे तो वो तुरंत कोविड-19 का टेस्ट कराए.'
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इन लक्षणों को भी कतई ना करें नजरअंदाज
- आंखों का लाल होना- कोरोना की इस दूसरी लहर में एक लक्षण जो सामने आया है, उसमें आंखों का लाल होना भी है. साथ ही आंखों में सूजन भी देखी गई है. ऐसे में अगर आपको अपनी आंखों में किसी तरह का कोई बदलाव नजर आ रहा है, तो आपको डॉक्टर से संपर्क करने की जरूरत है.
- शरीर में कमजोरी आना- कोरोना वायरस की दूसरी लहर में जो लक्षण सामने आया है, उसमें शरीर में कमजोरी आना भी है. इसमें जहां शरीर में कमजोरी बनी रहेगी, तो वहीं कई बार आंखों के सामने अंधेरा छाना और चक्कर आना शामिल है. इसलिए अगर आपको ऐसा कुछ हो रहा है, तो आपको तुरंग डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
- बदन दर्द- जब हम ज्यादा देर तक बैठे रहते हैं, या बैठकर कोई काम करते हैं, तो हमारा बदन दर्द होता है. लेकिन कोरोना वायरस का नया लक्षण भी बदन दर्द होना है. अगर आपको दवाई लेने के बाद भी आराम नहीं मिल रहा है और साथ ही बदन दर्द के साथ ही जोड़ों में भी दर्द है, तो आपको सतर्क होने की जरूरत है.
HIGHLIGHTS
- कोरोना मरीजों में अब खांसी-जुकाम के लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हैं
- कोरोना वायरस अब प्लेटलेट्स पर हमला कर रहा है
- प्लेटलेट्स कम होने से मरीज की मौत हो रही है