वैज्ञानिकों ने इन्फ्लूएंजा वायरस के संक्रमण के लिए एक नई थेरेपी विकसित की है जो एचआईवी और कोविड-19 समेत कई अन्य संक्रमणों को रोकने में प्रभावी साबित हो सकती है. एक औसत वर्ष में अमेरिका में 20 लाख से अधिक लोग फ्लू के चलते अस्पताल में भर्ती होते हैं और उनमें से 30 से 80 हजार लोग इससे या इससे जुड़ी जटिलताओं के कारण मर जाते हैं.
नेचर कम्युनिकेशंस नाम के जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, रिसर्च टीम ने वायरस के संक्रमण के खिलाफ टारगेटेड थैरेपी का उपयोग किया. अमेरिका में पर्डयू यूनिवर्सिटी के लेखक फिलिप एस ने कहा, "हमने उन सभी एंटीवायरल दवाओं को टारगेट किया, जिन्हें हमने विशेष रूप से वायरस से संक्रमित कोशिकाओं में विकसित किया था. इस तरह हम स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाए बिना रोगग्रस्त कोशिकाओं का इलाज करते हैं. अब हम इसका उपयोग इम्युन को सक्रिय करने वाली दवाओं को फ्लू-संक्रमित कोशिकाओं में पहुंचाने के लिए करते हैं."
संभावना है कि यह थैरेपी कोविड -19 से संक्रमित लोगों में भी प्रभावशाली साबित हो. उन्होंने बताया, "हमने इन्फ्लूएंजा वायरस के साथ अपना परीक्षण शुरू किया और हमारे लैब के परीक्षण दिखाते हैं कि हमारी यह प्रक्रिया इन्फ्लूएंजा से संक्रमित उन चूहों में काम करती है जो वायरस के जानलेवा डोज से 100 गुना ज्यादा संक्रमित हैं."
शोधकर्ताओं ने यह भी कहा कि यह नई थेरेपी अन्य रोगजनक वायरस संक्रमणों जैसे हेपेटाइटिस बी, एचआईवी और रेस्पिरेटरी सिंकिटियल वायरस (आरएसवी) के खिलाफ भी प्रभावी साबित हो सकती है.
Source : IANS