शोधकर्ताओं ने एक थेरेपी विकसित की है, जो मादक पदार्थो के सेवन से दिमाग को होने वाले रासायनिक असंतुलन को दूर करने में मदद कर सकती है और भविष्य में मादक पदार्थों के आदी लोगों को ठीक करने व इसके सेवन से बचने में मदद कर सकती है।
शोध के निष्कर्षो के अनुसार, इस नई थेरेपी का जब चूहों पर परीक्षण किया गया तो इसे जानवरों में लत कम करने में प्रभावी पाया गया। इस निष्कर्ष को जर्नल ऑफ मेडिसिनल केमिस्ट्री में प्रकाशित किया गया है।
जब भी कोई व्यक्ति आदतन मादक पदार्थो का सेवन करता है, उसके दिमाग के रसायन इस तरीके से बदल जाते हैं कि वह नकारात्मक परिणामों के बावजूद मादक पदार्थ छोड़ नहीं पाता है।
किसी के दिमाग में यह विकृति एक बार विकसित हो जाने बाद उसका दिमाग मादक पदार्थ सेवन करने की तरफ तेजी से ध्यान देता है, जिससे उसका खुद को रोक पाना मुश्किल हो जाता है।
इन बदलावों के लिए सिरोटोनिन एक प्रमुख भूमिका निभाता है। यह एक दिमागी रसायन है, जो तंत्रिका क्षेत्र में सूचनाएं फैलाता है।
शोधकर्ताओं ने पाया है कि मादक पदार्थ के आदी लोगों में सेरोटोनिन 2सी रिसेप्टर ठीक प्रकार से कार्य नहीं करता, जैसा कि उसे करना चाहिए।
अमेरिका के गल्वेस्टोन स्थित टेक्सास विश्वविद्यालय की चिकित्सा शाखा के शोधकर्ताओं की अगुआई वाली टीम ने कमजोर संकेतकों को बहाल करने के लिए छोटे अणु वाले चिकित्सा पदार्थों की एक श्रृंखला डिजाइन की और इसका संश्लेषण किया तथा इसका औषधीय रूप से मूल्यांकन किया।
निष्कर्षो से पता चला है कि नई थेरेपी से मादक पदार्थो के आदी लोगों के दिमाग के रासायनिक असंतुलन को ठीक करने में मदद मिल सकती है।
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Source : IANS