कोरोना से देश भर में लोगों को थोड़ी राहत की सासें मिलना शुरू हुई ही थी कि अब कोरोना के नए वेरिएंट Omicron ने लोगों की ज़िन्दगी में दस्तक देना शुरू कर दिया है. इसे लेकर लोगों की चिंताएं भी बढ़ने लगी हैं. Omicron का नाम सबसे पहले सबने सुना ही था लेकिन जैसे ही भारत में धीरे-धीरे केसेस बढ़ने लगे वैसे-वैसे लोगों के कान खड़े हो गए. हालांकि, अभी तक यह साफ़ नहीं हो पाया है कि यह वेरिएंट कितना घातक है. अभी तक लोगों के बीच Omicron को लेकर काफी सारे सवाल हैं कि इसके लक्षण क्या हैं, ये कोरोना से ज्यादा खतरनाक है की नहीं, ये कैसे असर करेगा, इससे कैसे बचना चाहिए और इस वायरस के दौरान क्या खाना चाहिए. ऐसे कई सारे सवाल आपके ज़ेहन में है तो चलिए आज आपको बताते हैं Omicron से जुड़े हर सवाल के बारे में.
यह भी पढे़ं- सर्दी-जुकाम और वायरस से लड़ने में मदद करेंगे ये 3 घरेलु नुस्खे
Omicron क्या है ?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक Omicron वेरिएंट कोरोना के Delta वेरिएंट से 5 गुना ज्यादा संक्रामक है. जिस तेजी से यह दक्षिण अफ्रीका (South Africa) से निकलकर दुनियाभर के अन्य देशों में फैला है. ये साफ़ तो नहीं हुआ की ये कितना खतरनाक है लेकिन अनुमान है की ये कोरोना से ज्यादा खतरनाक हो सकता है या नहीं भी हो सकता है.
Omicron के लक्षण
थकावट
यदि कोई व्यक्ति कोरोना के ओमीक्रोन वेरिएंट से संक्रमित है तो उसे लगातार थकावट महसूस हो सकती है.
बदन दर्द
कोरोना के इस बेहद संक्रामक वेरिएंट से संक्रमित व्यक्ति को बदन दर्द और अन्य कई तरह के दर्द महसूस हो सकते है.
तेज सिरदर्द
Omicron वेरिएंट से संक्रमित व्यक्ति सिरदर्द की शिकायत कर सकता है. यह सिरदर्द कई बार बहुत ज्यादा तेज भी हो सकता है.
यह भी पढे़ं- जानें Corona के बाद अब कैसे पहचाने Omicron के लक्षण, क्या खाएं और कैसे
जिन्हें वैक्सीन लग चुकी है, क्या उन्हें ओमिक्रॉन का खतरा है?
इंफेक्शन किसी को भी हो सकता है. यह बात गलत है कि वैक्सीन लिए हुए व्यक्ति को संक्रमण नहीं हो सकता. शरीर की इम्यूनिटी सबसे स्ट्रांग होनी चाहिए. अगर शरीर की इम्यूनिटी स्ट्रांग है तो वायरस आपको छू भी नहीं सकता. अगर आप पॉजिटिव हैं लेकिन आपको बुखार जैसी समस्या नहीं है तो आपको बस अपने आप को आइसोलेट करना है. इसलिए वायरस में व्यक्ति का अच्छा खान-पान ज़रूरी है. अगर आपकी इम्यूनिटी स्ट्रांग है तो आपको ओमीक्रॉन का खतरा भी कम हो सकता है.
काढ़ा पीते रहें
पानी: 60 से 70 एमएल (1 कप), दूध: 60 से 70 एमएल (1 कप), तुलसी के पत्ते: 3, लौंग: 1, काली मिर्च: 1 दालचीनी: एक चुटकी पाउडर चीनी या शक्कर: स्वाद के अनुसार, अगर डायबीटीज है तो न लें या डॉक्टर की सलाह से लें. अगर लौंग, दालचीनी और काली मिर्च ले रहे हैं तो मुलेठी कम कर दें. इन तीनों की जगह मुलेठी लेना चाहते हैं तो एक बार किसी डॉक्टर या वैद्य से जरूर बात कर लें. काढ़ा हर व्यक्ति की ज़रुरत से तैयार किया जाता है इसलिए बेहतर है की काढ़ा पूछ कर बनाएं.
डाइट में विटामिन-C, B और जिंक वाली चीजें
अपनी इम्यूनिटी को स्ट्रांग करने के लिए आप अमरुद , संतरा, सेब , या ड्राई फ्रूट्स भी खा सकते हैं. इन सब के अलावा साग-सब्जी या फल 4 अलग-अलग रंगों के हों तो शरीर की जरूरी मिनरल या विटामिन की जरूरत पूरी हो जाती है. आप रोज़ सुबह उठकर 30 मिनट योग या एक्ससरसाईज़ कर सकते हैं ताकि आपकी बॉडी फिट एंड फाइन रहे. सर्दियों के दिनों में धुप सेकना बहुत ज़रूरी है. ऐसे में आप गर्दन, पीठ, हाथ, कमर में धुप लगने दें. इससे आपके शरीर को फायदा होगा और आपका शरीर भी स्वस्थ रहेगा. इसी के साथ मास्क और सोशल डिस्टन्सिंग का पूरा ध्यान रखें. सैनिटाइज़र का इस्तेमाल हर बार करें. याद रहे कि दो गज की दूरी अभी भी ज़रूरी है ताकि आप और सामने वाला इंसान भी सुरक्षित रहे.