पूरी दुनिया में ओमिक्रन संक्रमण तेजी से फैल रहा है. भारत के 12 राज्यों में ओमिक्रॉन के 113 केस सामने आए हैं. ओमिक्रॉन वैरिएंट कोरोना के अन्य स्वरूपों से ज्यादा गंभीर है या कम, इस पर यूके के दो शोधकर्ताओं ने कहा कि शुरुआती डेटा में कोई सबूत नहीं मिला है कि डेल्टा की तुलना में ओमिक्रॉन हल्का है. इंपीरियल कॉलेज लंदन के शोधकर्ताओं ने पाया कि ओमिक्रॉन और डेल्टा के मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने की संभावनाएं समान हो सकती हैं.
इंपीरियल कॉलेज के एमआरसी सेंटर फॉर के बयान के अनुसार, शोध में डेल्टा की तुलना में ओमिक्रॉन की गंभीरता कम होने का कोई सबूत नहीं मिला है. हालांकि, अभी अस्पतालों में भर्ती डेटा बहुत सीमित है. दूसरी रिपोर्ट यूके सरकार की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (UKHSA) में कहा गया था कि ऐसा कोई संकेत नहीं है जो डेल्टा की तुलना में ओमिक्रॉन वैरिएंट के आंतरिक विषाणु में अंतर का समर्थन करता हो.
ओमिक्रॉन को लेकर नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने कहा कि जिस तेजी से ओमीक्रॉन यूरोप में डेल्टा वेरिएंट (Delta Variant) पर हावी हो रहा है, वह चिंताजनक है. इससे कोरोना महामारी के नए चरण का आगाज हो सकता है. यूरोप के कई देशों ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी आदि में पहले से डेल्टा वैरिएंट का कहर जारी था. अब ओमिक्रॉन से संक्रमितों की संख्या में इजाफा हो रहा है.
नीति आयोग ने साप्ताहिक प्रेस कांफ्रेस में कहा कि ब्रिटेन में तेजी से मामले बढ़े हैं. वहां कुल 80-90 हजार केस आ रहे हैं. अगर यदि ब्रिटेन की आबादी को भारत की आबादी के नजरिये से देखें, तो यह रोजाना 14-15 लाख नए संक्रमणों के बराबर जैसी स्थिति है.
Source : News Nation Bureau