कोरोना (Corona) के मामलों में कई जगहों पर कमी देखने को मिली है. लेकिन इस बीच खबर आ रही है कि कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) का सब वेरिएंट BA.2 बड़े स्तर पर अभी भी मौजूद है. जिसको लेकर हाल ही में एक स्टडी सामने आई है. जिसमें इसके अनुवांशिक बदलावों के चलते इसे अलग नाम दिया गया है. साथ ही इसके संक्रमण क्षमता की भी जानकारी दी है. ऐसे में लोगों को अब भी सावधान रहने की जरूरत है.
दरअसल, कोरोना के इस वेरिएंट पर ब्रिटेन के विशेषज्ञ 'सामुदायिक प्रसार का वास्तविक समय में आकलन' पर अध्ययन कर रहे हैं. जिसको लेकर उनका कहना है कि ओमिक्रॉन संक्रमण की दर अब भी ज्यादा है. इसका संक्रमण व्यस्कों में तेजी से फैल सकता है. हालांकि, इसके अनुवांशिक बदलावों के चलते इसे 'स्टील्थ वेरिएंट' (Stealth Variant) नाम दिया गया है.
आपको बता दें कि अध्ययन के दौरान 08-01 मार्च के बीच 95,000 लोगों के सलाइवा (लार) के नमूने लिए गए. जिसके आधार पर इम्पीरियल कॉलेज लंदर और इप्सोस MORI ने विश्लेषण किया. जिस पर उनका कहना है कि ओमिक्रॉन वेरिएंट के BA.2 वेरिएंट से लोगों के संक्रमित होने की संख्या अधिक है.
हालांकि, इंग्लैंड में कोरोना (Covid-19) के मामलों में कमी देखने को मिली है. ऐसे में इम्पीरियल्स स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के रिएक्ट कार्यक्रम के निदेशक प्रोफेसर पॉल इलियट का कहना है कि ये काफी अच्छा है कि इंग्लैंड में कोविड केसों में कमी देखने को मिली है. लेकिन इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता. क्योंकि संख्या अब भी ज्यादा है. साथ ही उन्होंने इस वेरिएंट (Stealth Variant) के व्यस्कों में फैलने पर चिंता जताई है. उनका कहना है कि अगर ऐसा होता है, तो काफी चिंताजनक स्थिति बन जाएगी. ऐसे में सभी को सावधान रहने की जरूरत है.