भारत में कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus Cases in India) की रफ्तार फिर से तेज हो गई है. गुरुवार को देशभर में कोविड-19 के 3 हजार मामले सामने आए. इस बीच हेल्थ एक्सपर्ट्स ने चेतावनी देते हुए लोगों से कोविड अनुरुप व्यवहार करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि, यह नहीं समझा जाए कि कोरोना खत्म हो गया है. बेंगलुरु स्थित टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ जेनेटिक्स एंड सोसाइटी के डॉ. राकेश मिश्रा ने कहा कि, कोरोना वायरस से जुड़ा खतरा अभी कम नहीं हुआ है और इस वायरस से बचाव के लिए लोग सभी जरूरी सावधानी बरतें. यह बहुत आवश्यक है कि इस वायरस के प्रभाव से बचने के लिए पर्याप्त सावधानी और कदम उठाए जाएं. उन्होंने कहा कि, यह देखने में आया है कि अगर किसी इलाके में केस बढ़ रहे हैं तो वहां नए वेरिएंट के मौजूद होने की संभावना है. हालांकि हम यह दावे से नहीं कह सकते हैं.
डॉ. राकेश मिश्रा ने बताया कि, कोविड से बचने का सबसे बेहतर उपाय यह है कि मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग समेत अन्य सावधानियां बरती जाएं. अगर इन सुरक्षा उपायों की अनदेखी की गई तो इस बात अधिक संभावना है कि आप फिर से इस वायरस की चपेट में आ जाएं. इसके अलावा कोविड-19 का नया वेरिएंट भी परेशानी का कारण बन सकता है.
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हालांकि भारत में आज की तारीख तक आए कोरोना के मामलों से इतना घबराने की जरूरत नहीं है. लेकिन फिर हमें निगरानी तंत्र को मजबूत करना होगा, जिसमें कोविड टेस्ट और जिनोम सिक्वेंसिंग पद्धति शामिल है. आज की तारीख में कोरोना के जो मामले सामने आए हैं वे पुराने आंकड़ों की तुलना में बेहद कम है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम बेफ्रिक हो जाएं. क्योंकि कोरोना वायरस कहीं गया नहीं है वह हमारे आसपास ही है. इस वायरस के कई और नए म्यूटेशन भी सामने आ सकते हैं. इसलिए हमें अगले कुछ महीनों तक बेहद सावधान रहना होगा.