Overthinking: ओवरथिंकिंग की बीमारी को अधिक चिंता और चिंतामणि के रूप में जाना जाता है. यह एक मानसिक स्थिति है जिसमें व्यक्ति अत्यधिक विचारों में लिप्त हो जाता है, जिससे उसके मन में समस्याओं को लेकर चिंता और उलझन का बाढ़ उत्पन्न होता है. अधिक विचार करने के कारण, व्यक्ति कई बार अप्रासंगिक स्थितियों का भी चिंतन करता है और अक्सर नकारात्मक भावनाओं में लिप्त हो जाता है. इसके अलावा, यह व्यक्ति के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकती है. यह स्वाभाविक चिंता और चिंता की स्तर में वृद्धि का एक परिणाम है, जो व्यक्ति को उसके दिनचर्या और जीवन को नियंत्रित करने में असमर्थ बना देता है. ओवर थिंकिंग में व्यक्ति को अविश्वास, स्वार्थ, और स्वयं से जुड़े अन्य संबंधों की समस्याएं पैदा कर सकती हैं.
ओवरथिंकिंग के कारण
ओवरथिंकिंग के कई कारण हो सकते हैं. यहाँ कुछ प्रमुख कारण दिए जा रहे हैं:
स्वार्थपरता: व्यक्ति अपने अन्तर्मन की बातों में इतने अधिक प्रवेश करता है कि वह अपने आसपास के समाजिक और पेशेवर जीवन के मामलों को ध्यान से नहीं देता है.
भय और चिंता: अधिक चिंता और भय की स्तिथि में, व्यक्ति अपने विचारों में लिप्त हो जाता है और अपनी समस्याओं का समाधान नहीं निकाल पाता है.
स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं: बुरी आदतें, व्यवस्थित न खाना और नियमित नींद न लेना ओवरथिंकिंग के कारण बन सकते हैं.
स्थितिगत समस्याएं: कई बार व्यक्ति को अनियमित और अस्थिर स्थितियों के कारण ओवरथिंकिंग की स्थिति हो सकती है.
परिवारिक या सामाजिक दबाव: व्यक्ति को अपने परिवार या समाज के दबाव के कारण भी ओवरथिंकिंग की स्थिति हो सकती है.
मानसिक संतुलन की कमी: मानसिक संतुलन की कमी भी ओवरथिंकिंग के कारण हो सकती है.
ये सभी कारण एक साथ या अलग-अलग तत्वों के संयोजन के कारण ओवरथिंकिंग की स्थिति को उत्पन्न कर सकते हैं.
ओवरथिंकिंग की बीमारी का इलाज
नियमित व्यायाम: नियमित व्यायाम करना और योग प्राकृतिक तरीके से मानसिक और शारीरिक संतुलन को बनाए रखने में मदद कर सकता है.
अनियमित ब्रेक्स: काम के दौरान छोटे-छोटे ब्रेक्स लेना और अपने मन को विश्राम देना बहुत महत्वपूर्ण है.
स्वास्थ्यप्रद आहार: स्वस्थ और पोषक आहार लेना ओवरथिंकिंग को कम करने में मदद कर सकता है.
मनोरंजन और हॉबिज: समय-समय पर मनोरंजन करना और अपने शौकों को अनुसरण करना भी ओवरथिंकिंग को कम कर सकता है.
स्वास्थ्य संवेदनशीलता: स्वास्थ्य संवेदनशीलता अपने मन की अवस्था को जानने और समय-समय पर स्थिति का सामना करने में मदद कर सकती है.
समय प्रबंधन: समय प्रबंधन और काम को संतुलित रूप से वितरित करने में मदद कर सकता है.
नियमित ध्यान: नियमित ध्यान और मेडिटेशन करना ओवरथिंकिंग को दूर करने में मदद कर सकता है.
यह सभी उपाय ओवरथिंकिंग की समस्या को कम करने में मदद कर सकते हैं, लेकिन यदि समस्या गंभीर हो तो डॉक्टर से सलाह लेना भी अत्यंत आवश्यक है.
Source : News Nation Bureau