12 साल से छोटे बच्चों को भी जल्द कोरोना वैक्सीन लगाई जा सकती है. अमेरिकी दवा निर्माता कंपनी फाइजर (Pfizer) और बायोएनटेक ने 5 से 11 सालों के बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की अमेरिकी ड्रग्स रेगुलेटर फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन से इजाजत मांगी है. अभी तक 12 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन दी जा रही है. अगर एफडीए इसकी इजाजत देता है तो बच्चों को भी वैक्सीन का रास्ता साफ हो जाएगा. अमेरिका में 5 से 12 साल तक के बच्चों की संख्या 2 करोड़ 80 लाख के करीब है. 26 अक्टूबर को इसे लेकर बैठक निर्धारित की गई है.
अमेरिका में 16 साल से कम उम्र के बच्चों को टीका देने के लिए अभिभावकों की मंजूरी जरूरी हैं. ऐसे में पैरेंट्स रेगुलेटर्स के फैसले का बड़ी ही बेसब्री के साथ इंतजार कर रहे हैं. दरअसल इस फैसले का असर स्कूलों पर भी पड़ेगा. ब्रिटेन ने 12 से 15 आयु वर्ग के सभी बच्चों को फाइजर बायोएनटेक के कोविड-19 वैक्सीन की एक खुराक देने की मंजूरी दी है. सबसे अधिक टीके स्कूलों में लगाए जा रहे हैं. स्कूल भी बच्चों को टीके की खुराक देने में मदद कर रहे हैं, जिसमें सहमति की प्रक्रिया भी शामिल हैं. 16 साल से कम उम्र के बच्चों को टीके की खुराक देने के लिए अभिभावकों से मंजूरी लेने की आवश्यकता है.
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भारत में भी तैयारी तेज
भारत में बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन की तैयारी तेजी से की जा रही है. 18 साल से कम उम्र के बच्चों का भारत में भी कोरोना वैक्सीनेशन शुरू हो सकता है. 2 से 18 साल के बच्चों पर कौवैक्सीन की स्टडी लगभग पूरी हो चुकी है. इस पर अगले कुछ दिनों में फाइनल रिपोर्ट आने वाली है. ट्रायल में इसके नतीजे काफी सकारात्मक मिलने के बाद उम्मीद की जा रही है कि इसे मंजूरी दे दी जाए.