दुनियाभर के लोग, वैज्ञानिक और नेचर स्पेशलिस्ट प्लास्टिक की बोतलों को रिसाइकिल करने के तमाम तरीके बताते हैं. प्लास्टिक का इस्तेमाल मत करो ये सलाह देते हैं. प्लास्टिक का इस्तेमाल अब हर जगह बंद हो गया है लेकिन आज भी कुछ जगहों पर प्लास्टिक की पॉलिथीन में सामान लोग ला सकते हैं. प्लास्टिक को इस्तेमाल करने के भी अलग-अलग तरीके स्कूल कॉलेजेस में बताया जाता है. लेकिन क्या अपने सुना है कि प्लास्टिक से किसी भी आइस्क्रीम का स्वाद दो गुना बढ़ जाता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने प्लास्टिक की बेकार बोतलों से स्वादिष्ट वनीला आइसक्रीम बनाने का एक अलग रास्ता ढूंढा है.
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वैज्ञानिक प्लास्टिक की बेकार बोतलों से वैनिलिन निकालकर वनीला फ्लेवर तैयार कार्स कटे हैं. अब तक वनीला एसेंस में इस्तेमाल होने वाले फ्लेवर को 80 प्रतिशत से ज्यादा वैलिनिन के कैमिकल्स से, जबकि बाकी वनीला बींस से लिया जाता है. अब वैज्ञानिक इस रास्ते में थोड़ा बदलाव करके प्लास्टिक की बोतलों से भी वनीला एसेंस तैयार करने का तरीका खोज चुके हैं.
बेकार प्लास्टिक से बनेगा स्वाद
वनीला फ्लेवर का इस्तेमाल खाने-पीने से लेकर कॉस्मेटिक, फार्मा, क्लीनिंग और हर्बीसाइड प्रोडक्ट्स में भी होता है. वैज्ञानिक अब इसे सिंथेटिक तौर पर पैदा करेंगे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नए शोध में शोधकर्ताओं ने बताया है कि प्लास्टिक से वैनिलिन तैयार किया जा सकता है, जिससे प्लास्टिक पॉल्यूशन भी कम होगा.
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यूनिवर्सिटी ऑफ एडिनबर्ग के दो शोधकर्ताओं ने प्लास्टिक बोतल बनाने में इस्तेमाल होने के टेरेफथैलिट एसिड को जेनेटिक इंजीनियरिंग के जरिए वैनिलिन में तब्दील करेंगे. इन दोनों ही तत्वों में एक ही कैमिकल पाया जाता है. इसमें थोड़ा बदलाव करे इन्हें एक दिन के लिए जब 37 डिग्री सेल्सियस पर रखा गया तो 79 फीसदी टेरेफथैलिक एसिड वैनिलिन में बदल गया.
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Source : News Nation Bureau