दिमाग और शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए भरपूर नींद लेनी बेहद जरूरी है। शोधकर्ताओं ने पाया है कि जो लोग रात में ढंग से सो नहीं पाते हैं, वे सुबह में चिड़चिडे रहते हैं। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि आपका दिमाग भावनाओं को नियंत्रित कर थकान के साथ समझौता कर लेता है। जो लोग छह घंटे से कम नींद लेते हैं वे कम खुश और अक्सर चिड़चिड़े रहते है।
हाल ही में हुए एक सर्वे से पता चला है कि जो लोग दिन में सात घंटे छह मिनट की भरपूर नींद लेते है वे ज्यादा खुश रहते है। अध्ययन में जिन प्रतिभागियों ने पूरी नींद ली थी वे ज्यादा खुश थे और जिन लोगों ने अलार्म को छह घंटे 54 मिनटेके लिए स्नूज किया था वे ज्यादा नहीं लेकिन कुछ हद तक खुश थे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि छह घंटे और 48 मिनट से कम नींद वाले लोगों के रिश्तों में लगातार तनाव पाया गया है। पूरी नींद न लेने वाले लोग अक्सर चिंता और दुखी रहते है।
अध्ययन के मुताबिक एनएचएस ने कहा है कि वयस्कों को कम से कम सात घंटे तक की नींद लेना जरूरी है। नींद लेने के मामले में महिलाओं को ज्यादा संघर्ष करना पड़ा जिससे कि वे बिलकुल नाखुश थी।
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ब्रिघम और महिला अस्पताल के वैज्ञानिकों ने यह भी कहा, 'नियमित रूप से सोना भी बहुत महत्वपूर्ण है। वक़्त से सोने और पूरी नींद लेने वाले लोग ज्यादा खुश और सेहतमंद पाए गए।'
कम नींद से जुड़ी गतिविधियों में देर तक काम करना या वीडियो गेम खेलना शामिल है।
अध्ययन के मुताबिक, हर तीन व्यक्तियों में से एक नींद न आने से पीड़ित था , जिसके कारण उन्हें निराशा, मोटापे का खतरा, दिल का दौरा, स्टोक और मधुमेह के होने की संभावना औरों की तुलना में ज्यादा है।
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Source : News Nation Bureau