सीरो के एक नए सर्वेक्षण में पाया गया है कि राष्ट्रीय राजधानी में 29.1 प्रतिशत लोगों में कोरोना वायरस (Corona Virus) संक्रमण के खिलाफ प्रतिरक्षी (एंटी बॉडीज) विकसित हो गए हैं. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. जैन ने संवाददाताओं से कहा कि एक से सात अगस्त के बीच यहां 11 जिलों से 15,000 प्रतिनिधि नमूनें एकत्रित किए गए और अगली प्रक्रिया एक सितंबर से शुरू होगी. जैन ने कहा,‘‘ इससे पहले के सर्वेक्षण में पाया गया था कि 22 प्रतिशत लोगों में एंटी बॉडीज विकसित हुए हैं. अब अगस्त में हुआ सर्वेक्षण दिखाता है कि यह आकडां बढ़कर 29.1 प्रतिशत हो गया है, इसका तात्पर्य यह है कि लोग संक्रमित हुए और ठीक भी हो गए.’’
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उन्होंने कहा कि नए सर्वेक्षण में 28.3 प्रतिशत पुरुषों में और 32.2 प्रतिशत महिलाओं में कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ एंटी बॉडीज पाए गए. दिल्ली सरकार ने नेशनल सेंटर फॉर डिसीज़ कंट्रोल (एनसीडीसी) के साथ 27 जून से 10 जुलाई तक सीरो सर्वेक्षण किया था, जिसमें 21,387 नमूनों को लिया गया था और पाया गया कि सर्वेक्षण में शामिल लगभग 23 प्रतिशत लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं. जैन ने कहा, ‘‘ इस प्रकार से तेजी तो हैं, बेहद तेजी नहीं है. तो इससे लगता है कि लोग ऐहतियात बरत रहे हैं. भले ही संक्रमित होने की दर सात प्रतिशत है लेकिन, हम आत्मसंतुष्ट नहीं हो सकते और अपनी सुरक्षा को कम नहीं कर सकते हैं.’’
यह सर्वेक्षण अगस्त के पहले सप्ताह में किया गया था और इसका मकसद दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के हालात का पता लगाना और सर्वेक्षण के निष्कर्षों के आधार पर रणनीति तैयार करना है. उन्होंने बताया कि इसके लिए विभिन्न आयु वर्ग, विभन्न क्षेत्रों और अलग अलग आर्थिक स्थितियों वाले 15,000 लोगों के नमूनें लिए गए थे. उन्होंने कहा कि सभी 11जिलों से प्रतिनिधि नमूने लिए गए थे. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि नमूनों की कुल संख्या में से 18 वर्ष से कम आयु वर्ग के 25 प्रतिशत 18 से 49 आयु वर्ग के 50 प्रतिशत और 50 वर्ष या अधिक आयु वर्ग के 25 प्रतिशत लोगों के थे.
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जैन ने कहा कि उत्तर पूर्व जिले में 29 प्रतिशत,दक्षिण में 27 प्रतिशत ,दक्षिण पूर्व में 33 प्रतिशत, नयी दिल्ली में 24 प्रतिशत लोगों में सीरो प्रिवलेंस पाया गया. उन्होंने बताया कि सीरो के पूर्व के सर्वेक्षण की तुलना में इस सर्वेक्षण में विभिन्न जिलों में लोगों में एंटी बॉडीज में छह से 50 प्रतिशत तक की बढोतरी देखी गई. जैन ने कहा,‘‘18 से कम आयु वर्ग में 34.7 प्रतिशत में कोविड-19 के खिलाफ एंटीबॉडी, वहीं 18 से 50 आयु वर्ग में 28.5 प्रतिशत में और 50 से अधिक आयु वर्ग में 31.2 प्रतिशत लोगों में एंटी बॉडीज पाए गए.’’
मंत्री ने कहा कि उन्होंने इस सर्वेक्षण में पहले सर्वेक्षण की तुलना में ज्यादा संख्या में नमूने लेने का सुझाव दिया था, लेकिन दल का नेतृत्व करने वाले मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज (एमएएमसी) के वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों ने अपने मूल्यांकन के आधार पर प्रतिनिधि नमूने के रूप में यह संख्या 15,000 रखने का फैसला किया. उन्होंने कहा ,‘‘ निष्कर्षों का यह भी मतलब है कि 71 प्रतिशत लोगों में अब भी संक्रमण होने का खतरा है. इसके अलावा विशेषज्ञों का कहना है अगर 40-50 प्रतिशत या इससे अधिक में एंटीबॉडी विकसित हो जाए तो कहा जाता है कि समुदाय में ‘‘सामुदायिक प्रतिरोधक क्षमता’’ विकसित हो गई है. तब भी हमें बेहद सतर्क रहना होगा.’’
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दिल्ली में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 1398 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही शहर में संक्रमण के मामले बढ़कर 1.56 लाख से अधिक हो गए हैं. गौरतलब है कि सीरो सर्वेक्षण में रक्त सीरम का परीक्षण किया जाता है और यह देखा जाता है कि किसी संक्रमण के खिलाफ उसमें एंटीबॉडीज विकसित हुईं हैं या नहीं. यह पूछे जाने पर कि क्या शहर में दुकानें और मॉल खुलने से संक्रमण के मामलों में वृद्धि हो सकती है. उन्होंने कहा, इस सर्वेक्षण से पता चला है कि पिछली बार की तुलना में 25 प्रतिशत की वृद्धि है, तो व्यवसायों के खुलने से यह वृद्धि अगली बार 50 प्रतिशत तक हो सकती है.
Source : Bhasha