Thyroid During Pregnancy Symptoms : प्रेग्नेंसी के दौरान महिला के शरीर में कई तरह की समस्याएं पैदा होती है. इन्ही समस्याओं में से एक थाइराइड की समस्या है. गर्भावस्था में थायराइड एक महिला के शरीर में हार्मोनल परिवर्तन के कारण होने वाली सामान्य समस्याओं में से एक है. थायराइड ग्रंथि शरीर की मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करने में मदद करती है, और गर्भावस्था में इसकी समस्याएं माँ और बच्चे दोनों को प्रभावित कर सकती हैं.
गर्भावस्था में थायराइड समस्याएं:
हाइपरथायरायडिज्म (Hyperthyroidism): इसमें थायराइड ग्रंथि अत्यधिक थायराइड हार्मोन बनाती है, जिससे माँ के मेटाबोलिज्म बढ़ जाता है. यह गर्भवती महिला और शिशु के लिए हानिकारक हो सकता है.
हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism): इसमें थायराइड ग्रंथि अत्यंत कम थायराइड हार्मोन बनाती है, जिससे माँ और शिशु के लिए आवश्यक हार्मोन कम हो सकता है.
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गर्भावस्था में थायराइड के लक्षण:
प्रेग्नेंसी दौरान काफी थकाम महसूस होने लगती है.
प्रेग्नेंसी के दौरान दौरान वजन में बढ़ोतरी भी हो सकती है या फिर कमी भी हो सकती है.
प्रेग्नेंसी के दौरान दिल की धड़कन में परिवर्तन भी हो सकता है.
प्रेग्नेंसी के दौरान रक्तचाप में परिवर्तन भी होती है.
प्रेग्नेंसी के दौरान बार-बार आपका मूड स्विंग्स होता रहता है.
प्रेग्नेंसी के दौरान के दौरान बालों में परिवर्तन होने लगती है. ज्यादा मात्रा में बॉल गिरने लगते हैं.
गर्भावस्था में थायराइड का इलाज और उपाय:
नियमित रूप से डॉक्टर से सलाह: गर्भावस्था में थायराइड समस्याओं का इलाज डॉक्टर की सलाह और निगरानी में होता है.
दवाएं: डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवाओं का सही तरीके से उपयोग करना महत्वपूर्ण है.
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नियमित रूप से निगरानी: गर्भावस्था के दौरान थायराइड स्थिति की निगरानी रखने और नियमित रूप से डॉक्टर से मिलना महत्वपूर्ण है.
स्वस्थ आहार: सही तरीके से आहार लेना, जिसमें सही मात्रा में आयोडीन, फॉलेट, और अन्य महत्वपूर्ण पोषण तत्व शामिल हों, महत्वपूर्ण है.
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नियमित रूप से व्यायाम: मॉडरेट व्यायाम गर्भवती महिलाओं के लिए लाभकारी हो सकता है, लेकिन इसमें डॉक्टर की सलाह की जरूरत है.
गर्भावस्था में थायराइड समस्याओं की सही देखभाल से, महिला और शिशु दोनों की स्वास्थ्य की सुरक्षा हो सकती है.
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