अधिकतर लोग जिम में हैवी मसल्स बनाने और बॉडी पाने की चाहत रखते हैं. लेकिन इस दौरान वे अपना स्टैमिना को बढ़ाने की कोशिश नहीं करते. उन्हें यह जानकारी नहीं होती कि फिटनेस पाने और अपने गोल को अचीव करने के लिए स्टैमिना (Stamina) जरूरी होता है. आपका स्टैमिना अच्छा होता है तो आप अपने वर्कआउट सेशन बेहतर तरीके से पूरे कर पाते हैं. साथ ही आप दिनभर एनर्जेटिक भी महसूस करते हैं. अगर आप भी स्टैमिना बढ़ाने के बारे में सोच रहे हैं तो आज हम आपको 5 बेहद ही आसान तरीके बताने जा रहे हैं जिन्हें अपनाकर आप आसानी से अपना स्टैमिना बढ़ा सकते हैं.
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क्या होता है स्टैमिना
स्टैमिना वो ताकत (strength) और एनर्जी (energy) है, जो किसी भी चीज में फिजिकल और मेंटल एफर्ट लगाने की परमिशन देती है. जब आप कोई एक्टिविटी या वर्कआउट करते हैं तो उस दौरान आप डिस्कंफर्ट जोन से गुजरते हैं. स्टैमिना आपको उस टाइम होने वाली बेचैनी से बचाता है. अगर आपका स्टैमिना ज्यादा होगा, तो आप बिना थके अपने डेली रूटीन के सभी कामों को आराम से पूरा कर पाएंगे.
1. एक्सरसाइज
एनर्जी कम होने पर वर्कआउट का मन नहीं करता, यह बात सही है. लेकिन यह भी सही है कि एक्सरसाइज / वर्कआउट करके स्टैमिना बढ़ाया जा सकता है. कुछ हेल्थ रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिन लोगों को कोई भी काम करने से थकान होती है वह अगर 6 हफ्ते तक एक्सरसाइज करें तो उनका स्टैमिना बहुत तेजी से बूस्ट होगा. सिर्फ यही नहीं बल्कि, वर्क एबिलिटी (work ability) और नींद की क्वालिटी (sleep quality) में भी सुधार होगा. स्टैमिना बढ़ाने के लिए आप इन एक्सरसाइज को अपने वर्कआउट में ऐड कर सकते हैं:
- एब्डोमिनल एक्सरसाइज (Abdominal Exercises)
- कार्डियोवस्कुलर ट्रेनिंग (Cardiovascular Training)
- स्ट्रेन्थ ट्रेनिंग (Strength Training)
- पिलेट्स सेशन (Pilates Sessions)
- इंटरवल ट्रेनिंग (Interval Training)
बता दें कि, एक्सरसाइज करते समय आपको माइंड मसल्स कनेक्शन पर भी ध्यान देना है.
2. योगासन
आप जिम जाते हों या नहीं, लेकिन शरीर की ताकत और लचीलापन बढ़ाने के लिए योग का सहारा ले सकते हैं. योग स्ट्रेस को कम करने और एबिलिटी को बढ़ाने में भी मददगार है. खासतौर पर योगासन से स्टूडेंट्स के स्टैमिना और एंड्यूरेंस में सुधार आता है. स्टैमिना और स्ट्रेन्थ बढ़ाने के लिए आप इन योगासन को कर सकते हैं:
- फलकासन (Plank Pose)
- त्रिकोणासन (Triangle Pose)
- नौकासन (Naukasana / Boat Pose)
- उत्कटासन (Utkatasana / Chair Pose)
- सूर्य नमस्कार (Surya Namaskar)
3. कैफीन
कैफीन भी स्टैमिना बढ़ाने में मदद करती है. अक्सर कई लोग वर्कआउट से पहले प्री-वर्कआउट ड्रिंक लेते हैं, जिसमें कैफीन होता है. कैफीन से आपकी ताकत और स्टैमिना दोनों ही बढ़ते हैं और आप हैवी लिफ्ट बिना दर्द के साथ लगा सकते हैं. आपको बता दें कि, कैफीन की मीडियम खुराक (लगभग 2 कप कॉफी) पोस्ट-वर्कआउट दर्द यानि सोरनेस (Soreness) को 48% तक कम कर सकती है. इसके अलावा, सिर्फ पुरुषों की बात करें तो, वर्कआउट सेशन के 1 घंटे पहले 3mg कैफीन लेने से उनका स्प्रिंट टाइम बढ़ सकता है. हालांकि, ज्यादा कैफीन लेने के कई नुकसान भी हो सकते हैं. आप प्री-वर्कआउट ड्रिंक्स की जगह ब्लैक कॉफी का भी प्रयोग कर सकते हैं.
4. हेल्दी फैट
हेल्दी फैट खाने से शरीर में लंबे समय तक एनर्जी बनी रहती है. शरीर में एनर्जी होने पर आप हैवी वेट उठा पाएंगे और इससे ही आपका स्टेमिना बढ़ेगा. इसलिए डाइट में बादाम, काजू, मूंगफली और ऑलिव ऑयल आदि को शामिल जरूर कर लें.
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5. छोटी-छोटी मील
कई लोग दिन भर में 3 मील ही लेते हैं. ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर, जो कि गलत है. कायदे से दिन में हैवी मील लेने के बजाय 5-6 छोटे-छोटे मील लेना ही सेहत के लिए बेहतर होता है. इससे मेटाबॉलिज्म मजबूत होता है और एनर्जी भी बढ़ती है. और अगर बॉडी में एनर्जी होगी तो स्टैमिना खुद-ब-खुद बढ़ ही जाता है.
Source : News Nation Bureau