सांप का जहर बेहद खतरनाक और जानलेवा होता है ये तो हम सब जानते है लेकिन ये खलनायक जहर आप का इलाज करने में मददगार भी है। वैज्ञानिकों ने पाया है कि दिल की बीमारी से पीड़ित लोगों में खून का थक्का जमने से रोकने के लिए सांप का जहर ऐस्पिरिन जैसी दवाओं का सुरक्षित विकल्प हो सकता है वो भी बिना किसी साइड इफ़ेक्ट के।
ताइवान के शोधकर्ताओं ने नेशनल ताइवान विश्वविद्यालय में किये अध्ययन के मुताबिक, ट्रॉपिडालेमेस वैगालेरी प्रजातियों के जहर से एक प्रोटीन पर आधारित एक दवा, जिसे ट्रोवागलिक्स कहा जाता है जब एक अत्यधिक खून बहते हुए चूहे पर इस्तेमाल किया गया तो पाया गया कि उसमे रक्त का थक्का बनने की प्रक्रिया धीमी हो गई।
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एंटी-प्लेटलेट दवाएं रक्त कोशिकाओं को परस्पर जुड़ जाने से रोकती है और इनका दिल की बीमारी का इलाज करने में इस्तेमाल किया जाता है। एस्पिरिन जैसी एंटी-प्लेटलेट दवाएं के कारण किसी चोट के बाद अत्यधिक रक्तस्त्राव की गंभीर समस्या देखने में आती है।
पहले भुए शोध से पता चला कि ट्रोपीडोलैमस वेगलेरिक्स सांप के जहर में पाया जाने वाला ट्रोवागलेरिक्स नाम प्रोटीन रक्त प्लेटलेट को ग्लाइको प्रोटीन VI से चिपक कर थक्का बनाने के लिए प्रोत्साहित करता है।'
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यह निष्कर्ष हाल ही में 'आर्टेरोसेक्लोरोसिस, थ्रोमोसिस, और वास्कुलर' जर्नल में प्रकाशित हुआ था।
मौजूदा एंटीप्लेटलेट दवाएं - जैसे कि एस्पिरिन, क्लॉपिडोग्रेल और ग्लाइकोप्रोटीन आईआईबी / एआईआईए प्रतिपक्षी - रक्त का थक्का गठन को कम करने के लिए प्रभावी हो सकते हैं। एंटीप्लेटलेट दवाओं का एक वर्ग है जो आमतौर पर स्ट्रोक, दिल का दौरा और हृदय रोग की रोकथाम और उपचार के लिए उपयोग किया जाता है।
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Source : News Nation Bureau