ऐसे कई लोग होते हैं जिन्हें लोगों की भीड़ से बेहद डर लगता है. कुछ लोगों की आदत होती है वे दूसरों के सामने जाने से कतराते हैं. वहीं उन्हें दूसरों से मिलने जुलने में भी डर महसूस होता है. अपने आस पास ज्यादा लोग देख कर इन्हें घबराहट होने लग जाती है और यहां तक कि कई बार कुछ लोग तो बेहोशी जैसी कंडीशन में भी पहुँच जाते हैं. ऐसे में आपको बता दें कि ये कोई आम प्रॉब्लम या मामूली घबराहट नहीं बल्कि एक गंभीर मानसिक बीमारी है जिसका अगर सही वक्त पर इलाज न किया जाए तो ये लाइलाज का रूप ले सकती है. यहां कि आप धीरे धीरे पागल भी हो सकते हैं.
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यह समस्या सोशल एंजायटी डिसऑर्डर (Social anxiety disorder) की हो सकती है. इस समस्या को सोशल फोबिया (Social Phobia) के नाम से भी जाना जाता है. यह एक मानसिक समस्या होती है, जिसके कारण व्यक्ति के रोजमर्रा के कार्य प्रभावित हो सकते हैं. तो चलिए जानते हैं सोशल एंजायटी डिसऑर्डर के लक्षण (Social anxiety disorder symptoms) और कारण (Causes of Social anxiety disorder)
सोशल एंजायटी डिसऑर्डर के लक्षण
- घबराहट महसूस करना.
- अपने फैसले खुद ना ले पाना.
- चिंता करना.
- डर लगना.
- मन में नकारात्मक विचार लाना.
- किसी भी विषय पर बेकाबू हो जाना.
- हाथ पैरों का ठंडा होना.
- मांसपेशियों में सूजन महसूस करना.
- पेट में हलचल महसूस करना.
- नई जगह पर जाने से कतराना.
- हाथ पैरों का बेवजह कपकपाना
- नए लोगों से ना मिल पाना
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सोशल एंजायटी डिसऑर्डर के कारण
- दिमाग का एक हिस्सा अमिग्डाला (amygdala) कहलाता है. ऐसे में जब इस हिस्से पर प्रभाव पड़ता है तो व्यक्ति डर पर नियंत्रण नहीं कर पाता.
- यह समस्या जेनेटिक भी हो सकती है. यदि परिवार में किसी व्यक्ति को सोशल एंजायटी डिसऑर्डर है तो बच्चे में भी ये समस्या हो सकती है.
- जब माता-पिता अपने बच्चों पर जरूरत से ज्यादा कंट्रोल करते हैं तब भी यह समस्या हो सकती है.
- जो बच्चे जरूरत से ज्यादा शर्मीले होते हैं, डरपोक होते हैं, उन्हें ये समस्या हो सकती है.
- जिन बच्चों के जीवन में कोई नकारात्मक घटना हुई है तब भी ये समस्या हो सकती है.
- किसी मानसिक बीमारी के कारण सोशल एंजायटी डिसऑर्डर की समस्या हो सकती है.