सोशल मीडिया खतरनाक है! हमने कई बार ये जरूर सुना होगा, मगर आज इस खबर में हम इस मुद्दे को विशेषज्ञों की नजरों से समझेंगे. मसलन जानेंगे कि आखिर कैसे सोशल मीडिया हमारे लिए न सिर्फ हानिकारक है, बल्कि किस तरह से इसका असर हम पर पड़ सकता है. दरअसल हम में से कई लोग सोशल मीडिया का इस्तेमाल अपने मित्रों से जुड़े रहने के लिए करते हैं. अपने इमोशन, अपने आइडिया को लोगों के साथ शेयर करने के लिए करते हैं. न सिर्फ इतना, बल्कि सोशल मीडिया हमें दुनिया से भी अपडेट रखता है... मगर इसका नुकसान क्या है? आइये इसपर गौर करें...
दरअसल हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक सोशल मीडिया भले ही हमारे दूर के मित्रों को करीब लाने का काम करती है, मगर यही सोशल मीडिया हमें अपनी सेहत से काफी दूर ले जा रही है. वास्तव में सोशल मीडिया का ज्यादा इस्तेमाल हमारी मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत ज्यादा खतरनाक है. बता दें कि सोशल मीडिया से जुड़े तमाम तरह के शोद में इसका इत्याधिक इस्तेमाल अवसाद, चिंता, अकेलेपन, सेल्फ-हार्म और यहां तक कि आत्मघाती विचारों का उत्सर्जन कर सकता है. खासतौर पर ये युवा वर्ग के लिए ज्यादा खतरनाक है, क्योंकि युवा इसपर दूसरों की तुलना में कई अधिक समय बिता रहे हैं.
मानसिक स्वास्थ्य और नींद पर असर
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक सोशल मीडिया का ज्यादा इस्तेमाल हमारी मानसिक सेहत के लिए खतरनाक है. एक शोध में पाया गया है कि ज्यादातर युवा आजकल के दौर में सोशल मीडिया पर अधिक समय बिता रहे हैं, जिनमें लगातार मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियों में इजाफा देखा जा सकता है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक अगर सोशल मीडिया का इस्तेमाल दिन में केवल 30 मिनट या इससे भी कम तक तय कर दिया जाए, तो हमारी साइकोलॉजिकल वेल-बीइंग और नींद की गुणवत्ता सहित संपूर्ण स्वास्थ्य में प्रभावी पहले के मुकाबले कई गुना बेहतर असर देखने को मिलेगा.
Source : News Nation Bureau