Advertisment

सर्दियों में सांस फूलने की बढ़ जाती है दिक्क्त, तो इन उपायों को बनाएं अपना दोस्त

कुछ लोगों के लिए अस्थमा कई समस्याएं पैदा नहीं करता है. अपनी लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करें और देखें कि आपके लक्षण काफी कम हो जाते हैं.

author-image
Nandini Shukla
एडिट
New Update
heath

सर्दियों में सांस फूलने की बढ़ जाती है दिक्क्त( Photo Credit : healthline)

Advertisment

सर्दियों में ऐसे बहुत से कारण होते हैं जो अस्थमा (Asthama) की वजह बनता है. बढ़ता प्रदूषण, अनियमित दिन चर्या, और भी ऐसे कई कारण होते हैं जिनसे अस्थमा(Asthama) की दिक्क्त इंसान को हो जाती है. ये दिक्कत ख़ास कर सर्दियों में बढ़ती देखि गयी है. ज्यादा भागने से, या वर्कआउट करने से अक्सर लोगों को सास फूलने की दिक्कत होती है. लेकिन ये दिक्कत खत्म भी की जा सकती है. आपको अपनी डाइट में बस कुछ चीज़ें शामिल करनी हैं. कुछ जोखिम कारकों में अस्थमा, धूम्रपान, अधिक वजन और निष्क्रिय धूम्रपान के साथ रक्त का होना शामिल है. कुछ लोगों के लिए अस्थमा कई समस्याएं पैदा नहीं करता है.

यह भी पढ़ें- आपकी सेहत के दोस्त और दुश्मन दोनों हैं ये 5 Fitness Gadgets

अपनी लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करें और देखें कि आपके लक्षण काफी कम हो जाते हैं. आपको अस्थमा (Asthama) से आराम भी मिलेगा और छुटकारा भी. चलिए आपको बताते हैं कुछ ऐसे घरेलु उपाए जिसको करके आपको अस्थमा(Asthama) की बीमारी से छुटकारा मिल सकता है. 

शहद का प्रयोग

सर्दी के मौसम में शहद का इस्तेमाल सर्दी-जुकाम से राहत पाने के लिए किया जाता है. इसका इस्तेमाल गले में खराश को शांत करने और खांसी को रोकने के लिए किया जा सकता है. गर्म चाय में शहद मिलाकर पीएं या फिर एक चम्मच रोज सुबह 2 या 3 तुलसी के पत्तों के साथ लें. 

लहसुन खाएं

लहसुन न केवल खाने की महक और स्वाद को बढ़ाता है, बल्कि इसमें कुछ चिकित्सीय गुण भी होते हैं. लहसुन में बेहतरीन एंटी-इंफ्लेमेटरी जैसे गुण होते हैं. अस्थमा की स्थिति में सीने के आसपास की नसें सूज जाती हैं. लहसुन अस्थमा के लक्षणों को कम करके सूजन को कम करने में मदद कर सकता है. अपने भोजन में लहसुन डालें या इसे कुछ कलौंजी के साथ भूनें और इसका आनंद लें.

यह भी पढ़ें- इस लाइलाज बीमारी ने Sara Ali Khan को किया मजबूर, खाना खाएंगी तो बन जाएगा ज़हर

कैफीन का सेवन

कैफीन में थियोफिलाइन की कई समानताएं हैं. थियोफिलाइन एक ब्रोन्कोडायलेटर दवा है जिसका उपयोग अस्थमा के रोगियों के फेफड़ों में वायुमार्ग को खोलने के लिए किया जाता है. दवा के समान होने के कारण कैफीन एक अच्छा घरेलू उपचार हो सकता है. कैफीन कॉफी, चाय, कोको और विभिन्न कोला पेय में पाया जा सकता है. 

स्टीम बाथ लें

स्टीम बाथ अक्सर नाक और छाती की जकड़न को कम करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. स्टीम लेने से अक्सर साड़ी समस्याएं दूर होजाती हैं. स्टीम में अगर लौंग या थोड़ा सा विक्स दाल लें तो सर्दी जुकाम से छुटकारा पाया जा सकता है. आपको जकड़न से छुटकारा दिला सकता है, आपको संचित बलगम से छुटकारा पाने में मदद करता है. स्टीम लेने से आप और सेहतमंद और अच्छी तरह से सांस ले सकते हैं. 

 

health Winter Care saffron milk benefits for asthama asthama Winter Chill
Advertisment
Advertisment
Advertisment