Squamous Cell Carcinoma: स्क्वामस सेल कार्सिनोमा (Squamous Cell Carcinoma) एक प्रकार का कैंसर है जो मुख्य रूप से त्वचा और मुख के अंगों को प्रभावित करता है. यह कैंसर त्वचा की ऊपरी परत (epidermis) के ऑर्बिटल सेल्स से उत्पन्न होता है, जिन्हें 'स्क्वामस सेल' कहा जाता है. स्क्वामस सेल कार्सिनोमा अक्सर धूप के अत्यधिक प्रभावित क्षेत्रों, अधिक तेज धूप की अधिकता वाले क्षेत्रों, तंबाकू उपयोग के क्षेत्रों और जलने के दुष्परिणामों के क्षेत्रों में पाया जाता है. स्क्वामस सेल कार्सिनोमा के लक्षणों में त्वचा पर छाले, दाने, घाव या गांठे शामिल हो सकती हैं जो नहाने के बाद ठीक नहीं होती हैं या बढ़ती हैं. यह कैंसर अगर समय रहते न पहचाना और इलाज न किया जाए, तो आगे बढ़कर गंभीर स्थितियों तक जा सकता है. स्क्वामस सेल कार्सिनोमा का इलाज सामान्यतः चिकित्सक या त्वचा विशेषज्ञ द्वारा किया जाता है. इसका इलाज विभिन्न तकनीकों में से चुनाव करने पर निर्भर करता है, जैसे कि सर्जरी, रेडिओथेरेपी, केमोथेरेपी, और अन्य उपचार. इलाज का सफलतापूर्वक होने के बाद, नियमित जाँच और स्क्रीनिंग का महत्वपूर्ण हिस्सा है ताकि कैंसर का फिर से उभरने का खतरा कम हो सके.
स्क्वामस सेल कार्सिनोमा (Squamous Cell Carcinoma) के प्रकार
क्यूटेनियस स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा (Cutaneous Squamous Cell Carcinoma): यह स्क्वामस सेल कार्सिनोमा त्वचा के ऊपरी परत (epidermis) से विकसित होता है. यह अक्सर धूप के अधिक प्रभावित क्षेत्रों पर देखा जाता है.
ओरल स्क्वामस सेल कार्सिनोमा (Oral Squamous Cell Carcinoma): यह कार्सिनोमा मुंह के अंगों जैसे कि मुख, जीभ, और गले में विकसित होता है. तंबाकू उपयोग और अन्य उपयोगी कारक इसके विकास में महत्वपूर्ण हो सकते हैं.
प्रोस्टेट स्क्वामस सेल कार्सिनोमा (Prostate Squamous Cell Carcinoma): यह प्रोस्टेट ग्रंथि में स्क्वामस सेल कार्सिनोमा के विकास का रूप होता है.
सर्वाइकल स्क्वामस सेल कार्सिनोमा (Cervical Squamous Cell Carcinoma): यह गर्भाशय के गर्भाशय निकास द्वार (cervix) में स्थित होता है और मेच्योर महिलाओं में पाया जा सकता है.
लंग स्क्वामस सेल कार्सिनोमा (Lung Squamous Cell Carcinoma): यह फेफड़ों के एक प्रमुख प्रकार का कैंसर है, जो अक्सर धूप के अधिक प्रभावित क्षेत्रों में धूम्रपान करने वाले लोगों में देखा जाता है.
स्क्वामस सेल कार्सिनोमा (Squamous Cell Carcinoma) के कारण
धूप का प्रभाव: लंबे समय तक धूप में बहुत समय बिताने वाले लोगों में स्क्वामस सेल कार्सिनोमा का खतरा अधिक हो सकता है. धूप के अलावा, उच्च धातुरस दोषज और विशेष धर्मिक आधारों के साथ उपयोग किए जाने वाले चिकित्सा औषधियों के उपयोग से भी कार्सिनोमा का खतरा बढ़ सकता है.
तंबाकू उपयोग: धूम्रपान और चूर्ण चेवनी का उपयोग स्क्वामस सेल कार्सिनोमा के उत्पत्ति में एक महत्वपूर्ण कारक है.
जलने के दुष्परिणाम: लंबे समय तक जलने के कारण त्वचा को बचाने के लिए कठिनाई हो सकती है, जिससे स्क्वामस सेल कार्सिनोमा का खतरा बढ़ सकता है.
कृत्रिम UV रेडिएशन: सोलरीयम (शॉर्ट वेवलेंथ UV रेडिएशन उत्सर्जक) का अधिक उपयोग भी कार्सिनोमा के खतरे को बढ़ा सकता है.
विशेष रोगों या दवाओं का उपयोग: कुछ विशेष रोगों और उनके इलाज के लिए किए जाने वाले उपचार, जैसे कि ऑर्गन ट्रांसप्लांट और दवाओं का उपयोग, स्क्वामस सेल कार्सिनोमा का खतरा बढ़ा सकता है.
स्क्वामस सेल कार्सिनोमा (Squamous Cell Carcinoma) के लक्षण
चरम या अधिक स्थितिगत त्वचा की बदलाव: स्क्वामस सेल कार्सिनोमा के प्रारंभिक लक्षणों में त्वचा पर छाले, दाने, गांठे, या घाव हो सकते हैं जो नहाने के बाद ठीक नहीं होतीं या बढ़तीं हैं.
जलन, खुजली या दर्द: स्क्वामस सेल कार्सिनोमा के कुछ रोगी जलन, खुजली या दर्द की शिकायत कर सकते हैं, खासकर जब वे कार्सिनोमा क्षेत्र पर प्रेशर या छूत लगाते हैं.
बीच में विकसित होने वाली गांठें: स्क्वामस सेल कार्सिनोमा का विकास किसी गांठ के रूप में हो सकता है, जो अक्सर धूप के अधिक प्रभावित क्षेत्रों पर देखी जाती है.
बढ़ते हुए पैच: कई मामलों में, स्क्वामस सेल कार्सिनोमा विकसित होने से पहले एक छोटा पैच या दाना उत्पन्न होता है जो बढ़ता है और अनुभूति में परिवर्तन करता है.
टिश्यू के प्रभाव: यह कैंसर आकर्षकता या त्वचा के स्थल को अवरुद्ध कर सकता है, जिससे उतकों का कार्य प्रभावित हो सकता है.
यदि आपको ये लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो आपको त्वचा के विशेषज्ञ या चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए. समय रहते इलाज कराने से इस कैंसर के सामान्य उपचार के सफल होने की संभावना बढ़ जाती है.
Source : News Nation Bureau