Symptoms of Diphtheria: डिप्थीरिया (Diphtheria) एक आंतरिक रोग है जो बैक्टीरियल संक्रमण से होता है. यह रोग कोरिनेबैक्टीरियम डिप्थीरिया (Corynebacterium diphtheriae) नामक बैक्टीरिया से होता है, जो शिशुओं और वयस्कों दोनों को प्रभावित कर सकता है. डिप्थीरिया सामान्यतः गले में तकलीफ और सांस की दिक्कत के लक्षणों के साथ शुरू होता है.यह रोग बैक्टीरियल जीवों द्वारा फैलता है, जो संपर्क से, जैसे कि छींकने या खांसने के साथ, या आसपास की वायुमंडल में अत्यधिक दबाव के कारण फैल सकता है. इस बैक्टीरिया के नामकरण की वजह से, रोग का एक अहम लक्षण संधि-स्थल की एक सफेद चिकनी पदार्थ की तरह दिखाई देने वाला भ्रुणीय सांस का रूप है, जिसे डिप्थीरिटिक मेम्बरीन (diphtheritic membrane) कहा जाता है. WHO (World Health Orgnisation) के आंकड़ों के अनुसार, वैश्विक स्तर पर, साल 2019 की तुलना में 2022 में डिप्थीरिया के मामलों में काफी कमी आई, जहां साल 2019 में डिप्थीरिया के मरीजों की संख्या 22 हजार से भी ज्यादा थी, वही 2022 में ये आंकड़ा घटकर 9 हजार 8 सौ हो गई.
डिप्थीरिया के लक्षण
गले में दर्द: गले में तेज दर्द या खराश महसूस हो सकती है.
बुखार: शरीर में उच्च तापमान और ताप बढ़ सकता है.
सांस लेने में कठिनाई: गले की छाले या मलमलाई वजह से सांस लेने में कठिनाई हो सकती है.
गांठ: एक या अधिक लिम्फ ग्रंथियों के सूजन या गांठ दिख सकते हैं.
बुदबुदाना या खाँसना: इंफेक्शन के कारण व्यक्ति खांस सकता है.
सामान्य बीमारी के लक्षण: थकान, कमजोरी, और अस्वस्थता का अनुभव हो सकता है.
डिप्थीरिया का इलाज
एंटीबायोटिक्स: डिप्थीरिया के उपचार में अक्सर एंटीबायोटिक्स (जैसे कि पेनिसिलिन या एरीथ्रोमाइसिन) का उपयोग किया जाता है. यह रोग के कारणकों को मारता है और रोगी को ठीक करने में मदद करता है.
डिप्थीरिया टॉक्सीन: डिप्थीरिया टॉक्सीन एक प्रकार की टीका होती है जो डिप्थीरिया बैक्टीरिया के खिलाफ प्रतिरक्षा शक्ति विकसित करती है. यह टीका सामान्यतः बच्चों को दिया जाता है, लेकिन कभी-कभी बड़ों को भी दिया जा सकता है. इसका उपयोग रोग प्रतिरोधी क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है ताकि रोग फैलने का खतरा कम हो.
सहायक चिकित्सा: रोगी को आराम करने के लिए और उनके सामान्य कार्यक्षमता को बनाए रखने के लिए समर्थनीय चिकित्सा उपायों का उपयोग किया जाता है. यह शामिल कर सकता है उचित पोषण, पानी, और विश्राम.
डिप्थीरिया एक गंभीर बीमारी हो सकती है, इसलिए अगर किसी को इसके लक्षण आते हैं, तो वह तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए. अग्रणी और समय पर उपचार से यह बीमारी पूरी तरह से ठीक हो सकती है.
Source : News Nation Bureau