Symptoms of Jaundice: जॉन्डिस एक स्वाभाविक प्रकार की बीमारी है जो बिलीरुबिन नामक पीला रंग के फैलने बढ़ जाने से होती है. यह प्रसार शरीर द्वारा रक्त में बिलीरुबिन की अधिक मात्रा को अवशोषित करने के कारण होता है, जिससे आँखों, त्वचा, और मूत्र में पीलापन दिखाई देता है. यह अवसाद, थकान, पेट में दर्द, या वायरल अथवा अशोधित रोगों के कारण हो सकती है. यह समस्या गंभीरता हो सकती है, खासकर नवजात शिशुओं में ये जन्म के तुरंत बाद हो सकती हैं. इसका उपचार आमतौर पर उत्सर्जन के कारण और उसकी गंभीरता के आधार पर किया जाता है, जिसमें दवाइयों का सेवन, पूरे शरीर के प्राथमिक चिकित्सा, और अस्पताल में उपचार शामिल हो सकता है. यह रोग विभिन्न कारणों से हो सकता है और इसका उपचार उसके कारणों के आधार पर किया जाता है. आइए जानें कुछ मुख्य कारण:
हेपेटाइटिस:
बी और सी वायरस से होने वाला हेपेटाइटिस जॉन्डिस का एक सामान्य का कारण है
लिवर इंफेक्शन:
लिवर में इंफेक्शन के कारण जॉन्डिस हो सकता है, जैसे कि सिरोसिस और लिवर कैंसर.
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गॉलब्लैडर पर्यावरण:
गॉलब्लैडर में स्टोन्स, ट्यूमर्स, या इंफेक्शन के कारण भी जॉन्डिस हो सकता है.
हेमोलिटिक रोग:
रक्त से संबंधित समस्याएं, जैसे कि थैलेसीमिया या सिक्लिक वोमिटिंग सिंड्रोम, जॉन्डिस का कारण बन सकती हैं.
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गर्भावस्था में जॉन्डिस:
कई बार गर्भावस्था में महिलाओं को जॉन्डिस हो सकता है, कई बार इसके लक्षण दिखने के बावजूद इस पर किसी का ध्यान नहीं जाता, लेकिन इस पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है.
लक्षण और उपचार:
जॉन्डिस के लक्षण में आंतों और त्वचा का पीलापन, आंखों की सफेदी का पीला होना, पेट में दर्द और उल्टी शामिल हो सकते हैं. क्योंकि जॉन्डिस विभिन्न कारणों हो सकते हैं तो इसके सही उपचार के लिए रोग के कारणों पर निर्भर करता है, लेकिन इसमें विशेषज्ञ के परामर्श, दवाओं का सेवन, और सपोर्टिव चिकित्सक सलाह भी शामिल हो सकता है.
जॉन्डिस का पता अगर समय रहते चल जाए, तो इसका सही उपचार किया जा सकता है, लेकिन अगर ये गंभीर हो जाए तो ये लीवर को नुकसान पहुंचा सकता है और कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो जाती है और इलाज में दिक्कतें आती है. इसीलिए समय रहते चिकित्सक सलाह लें.
Source : News Nation Bureau