Symptoms of Pneumonia: निमोनिया एक जानलेवा अवस्था है जो श्वसन तंत्र को प्रभावित करती है. यह श्वसन तंत्र की परिचालन को अस्थायी रूप से प्रभावित कर सकती है और जीवन को खतरे में डाल सकती है. इस समस्या में, फेफड़ों में सूजन आ जाती है और तंदुरुस्ती का अचानक कम हो जाता है, जिससे श्वसन में कठिनाई होती है और सांस लेने में दिक्कत होती है. निमोनिया का कारण वायरस, बैक्टीरिया और फंगस हो सकते हैं, और इसका सही समय पर परिचय और उपचार किया जाना चाहिए. एक आंकड़ें के मुताबिक, हर साल लगभग 45 करोड़ लोग निमोनिया से प्रभावित होते हैं, और करीब 4 लाख लोगों की मृत्यु होती है. ये बच्चों को सबसे ज्यादा प्रभावित करती है, WHO(World Health Orgnisation) के एक आंकड़े के 2019 में निमोनिया से 7 लाख से ज्यादा बच्चों की मौत हो गई है. आइए जानें इसके कारण:
निमोनिया के कारण
निमोनिया के कारण वायरस, बैक्टीरिया, या फंगस हो सकते हैं. यह संक्रमण आमतौर पर हवा के माध्यम से फैलता है, जैसे कि किसी संक्रमित व्यक्ति के साथ संपर्क के द्वारा या संक्रमित वायरस या बैक्टीरिया का सांस के माध्यम से इन्हलेशन. निमोनिया के अन्य कारणों में धूल या धूम्रपान, लंबे समय तक एक ही स्थिति में बिताना, विभिन्न चिकित्सा स्थितियों की शर्तों का संघर्ष और कमजोर रोगप्रतिरोधक प्रणाली शामिल हो सकते हैं.
निमोनिया के लक्षण
निमोनिया के लक्षणों में सामान्यतः उच्च तापमान, सांस लेने में कठिनाई, साँस की गहराई में कमी, छाती में दर्द, फीवर या श्वास लेने में गहराई में दिक्कत शामिल हो सकती है. अन्य संभावित लक्षण श्वास की तीव्रता में बढ़ोतरी, थकान, भूख में कमी, सिरदर्द, गले में खराश, बुखार, उबकाई, और उन्हें ठंड या उनकी नाड़ियों में हल्का दर्द हो सकता है.
निमोनिया का इलाज
निमोनिया का उपचार इस बात पर निर्भर करता है कि आपको किस तरह का निमोनिया हुआ है. इसका इलाज वायरल या बैक्टीरियल इन्फेक्शन के कारण और लक्षणों के आधार पर किया जाता है. इसका उपचार अक्सर एंटीबायोटिक दवाओं द्वारा किया जाता है, जो बैक्टीरियल निमोनिया के लिए प्रभावी होते हैं. वायरल निमोनिया के इलाज के लिए विशेष दवाएं होती हैं, जो वायरस के प्रकोप को कम करने में मदद करती हैं. साथ ही, इसे अच्छी आहार, पर्याप्त आराम, और पानी के साथ सही विश्राम के साथ लेना भी जरूरी होता है. अतिरिक्त, डॉक्टर की सलाह पर फिजिओथेरेपी आदि चिकित्सा प्रक्रियाओं का भी उपयोग किया जा सकता है.
Source : News Nation Bureau