Advertisment

मानसून सीजन में अपने परिवार का ऐसे रखें ख्याल, नहीं पड़ेंगे बीमार, ना लगाने होंगे हॉस्पिटल के चक्कर

मानसून का सीजन आ गया है. जिसकी वजह से झमाझमा बारिश भी हो रही है. इसी के साथ डेंगू और मलेरिया की दस्तक का अंदेशा भी दिखने लगा है. पानी के जमाव के चलते मच्छर पनपता है. जिसके चलते मलेरिया और डेंगू का कहर सामने आता है.

author-image
Sushil Kumar
एडिट
New Update
प्रतीकात्मक फोटो

प्रतीकात्मक फोटो( Photo Credit : फाइल फोटो)

मानसून का सीजन आ गया है. जिसकी वजह से झमाझमा बारिश भी हो रही है. इसी के साथ डेंगू और मलेरिया की दस्तक का अंदेशा भी दिखने लगा है. पानी के जमाव के चलते मच्छर पनपता है. जिसके चलते मलेरिया और डेंगू का कहर सामने आता है. इस सीजन में इससे कैसे बचें और बच्चों को कैसे देखभाल करें? आज इसके बारे में आपको बताएंगे. लेकिन इन दो बीमारियों के अलावा भी कुछ ऐसी भी बीमारियां हैं, जो मच्छर से फैलता हैं. अगर समय पर इनका इलाज न कराया जाए तो ये बीमारियां (Disease) भी जानलेवा साबित हो सकती हैं.

Advertisment

यह भी पढ़ें- World Population Day पर गिरिराज सिंह बोले- जनसंख्या नियंत्रण आज जरूरत नहीं, चुनौती बन गया है

डेंगू

मानसून सीजन में एडीज मच्छर के काटने से डेंगू बुखार होता है. इसमें तेज फीवर आता है और करीब 5 से 10 दिन में इंफेक्टेड पर्सन में डेंगू के लक्षण दिखने लगते हैं. बारिश के मौसम में डेंगू बुखार एक बड़ी बीमारी बन जाता है. डेंगू बुखार के लक्षण फ्लू जैसे होते हैं इसलिए फीवर आने पर कोई घरेलू उपचार की बजाय डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.

चिकुनगुनिया

Advertisment

डेंगू के अलावा एडीज मच्छर चिकुनगुनिया बीमारी भी फैलाता है. इसके सामान्य लक्षणों में बुखार, शरीर में दर्द, सिरदर्द होता है साथ ही त्वचा पर चकत्ते पड़ जाते हैं. इसके अलावा चिकनगुनिया में जोड़ों में बहुत दर्द होता है और जोड़ों का दर्द कई हफ्तों से लेकर महीनों और सालों तक भी रह सकता है.

यह भी पढ़ें- एनकाउंटर स्पेशलिस्ट दयानायक के हत्थे चढ़े विकास दुबे के गुर्गे, ऐसे करते थे माफिया की मदद

मलेरिया

मलेरिया मच्छर के काटने से फैलने वाली बीमारी है. ये हर सीजन में काफी लोगों को संक्रमित करती है. मादा एनोफेलीज मच्छर के काटने से मलेरिया होता है. इसके लक्षणों में बुखार, ठंड लगना और सिरदर्द शामिल हैं.

Advertisment

जापानी इंसेफेलाइटिस

जापानी इंसेफेलाइटिस या आम भाषा में इसे जापानी बुखार कहते हैं. यह बीमारी क्यूलेक्स मच्छरों के काटने से फैलती है. एशिया में इस बीमारी के सबसे ज्यादा मामले सामने आते हैं. इस रोग के लक्षणों में बुखार और सिरदर्द शामिल हैं, कुछ लोगों में शरीर का ऐंठना और लकवा जैसे गंभीर लक्षण भी हो सकते हैं.

जीका वारयस

एडीज एल्बोपिक्टस मच्छर जीका वायरस को फैला सकता है. जीका वारयस काफी खतरनाक बीमारी मानी जाती है. इसके लक्षणों में लाल आंखें, थकान और मांसपेशियों में दर्द शामिल है. प्रेगनेंट महिलाओं में ये वायरस मां-बच्चे दोनों में फैल सकता है. इस वायरस से बचने का उपाय यही है कि मच्छरों से खुद को बचाएं.

बचाव के उपाय

डेंगू से बचने के लिए फुल स्लीव्स के कपड़े पहनें और मच्छर भगाने वाले प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें. पानी को हमेशा ढक के रखें. पानी को कहीं जमा ना होने दें. इससे मच्छर ना पनपेंगे और ना ही बीमारियां आएगा. साथ ही अस्पताल के चक्कर लगाने से भी निजात मिलेगी. बच्चों को बाहर ना खेलने दें. हमेशा पूरा शरीर ढककर ही रखें. साथ ही इस सीजन में खानपान का भी पूरा ख्याल रखें.   

Advertisment

health news health Disease Mosquito dengue
Advertisment
Advertisment