भारतीय औषधि महानियंत्रक (DCGI-डीसीजीआई) ने भारतीय सीरम संस्थान (SII-एसआईआई) से कहा है कि वह भविष्य में कोविड-19 वैक्सीन परीक्षण (Covid-19 Vaccine Trial) के लिए स्वयंसेवकों की नई भर्तियां करने से पहले उनके कार्यालय से पूवार्नुमति के लिए ब्रिटेन और भारत में डाटा एंड सेफ्टी मॉनिटरिंग बोर्ड (DSMB-डीएसएमबी) से मिली मंजूरी जमा कराए. डीसीजीआई वी.जी. सोमानी ने कहा है कि तब तक परीक्षण के लिए अन्य भर्ती निलंबित कर दी गई है. यह निर्देश शुक्रवार देर रात जारी किया गया. इससे पहले डीसीजीए ने दूसरे देशों में वैक्सीन (Vaccine-टीका) का परीक्षण रोके जाने के बारे में जानकारी नहीं देने को लेकर एसआईआई (SII) को कारण बताओ नोटिस जारी किया था.
सोमानी ने एसआईआई को कारण बताओ नोटिस जारी किया था, जिसमें स्पष्टीकरण दिया गया था कि संस्थान ने मंगलवार को ब्रिटेन में हुई एक विज्ञापन घटना के बावजूद कोविड-19 वैक्सीन उम्मीदवार के नैदानिक परीक्षण के साथ आगे बढ़ने का फैसला क्यों किया. दरअसल, ब्रिटेन में प्रतिभागियों में से एक ने एक संदिग्ध गंभीर प्रतिकूल प्रतिक्रिया की सूचना दी थी. वैक्सीन प्रतिभागी को एक बूस्टर खुराक दी गई थी, जिसके बाद उसने प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की शिकायत की थी.
घटना के बाद एसआईआई ने कहा था कि वह भारत में पहले की तरह परीक्षण जारी रखेगा. हालांकि डीसीजीआई ने इस पर ध्यान दिया और पुणे स्थित वैक्सीन निर्माता से संपर्क साधा और कहा कि इसने परीक्षण जारी रखने के विचार के साथ आगे बढ़ने का फैसला क्यों किया, जबकि रोगी सुरक्षा के बारे में संदेह अभी तक तक दूर नहीं हुआ है.
डीसीजीआई ने संस्थान से आगे पूछा था कि कोविशिल्ड के नैदानिक परीक्षणों के लिए प्राधिकरण को एसआईआई को दी गई अनुमति को निलंबित क्यों नहीं करना चाहिए. बाद में एसआईआई ने गुरुवार को आधिकारिक रूप से परीक्षण को रोक दिया, जब तक कि उसे डीसीजीआई से मंजूरी नहीं मिल जाती.
Source : News Nation Bureau