Tea Effect On Health: चाय एक ऐसा ड्रिंक है जो लगभग सभी जगहों पर पिया जाता है. चाय के कई प्रकार हैं जिसका सेवन सभी लोग करते हैं, ब्लैक टी से लेकर ग्रीन टी तक अपने अनूठे स्वाद और विशेषताओं के लिए मशहूर है. बैसे तो चाय में कैफीन, थीनाइन और एंटीऑक्सिडेंट जैसे गुण मौजूद हैं जो आपकी सेहत के लिए लाभदायक है. लेकिन कई तरह के गुणों के बावजूद चाय का अत्यधिक सेवन आपकी सेहत पर बुरा प्रभाव डाल सकती है. विशेषज्ञों की मानें तो चाय के अत्यधिक सेवन से पाचन की समस्या, गैस होने की समस्या, सीने में जलन जैसी कई समस्या पैदा होने गलती है.
चाय का सेवन कितना करना चाहिए
एक अध्ययन के अनुसार, अत्यधिक कैफीन के सेवन से सेहत जुड़ी कई परेशानियां हो सकती हैं. इन समस्याओं में हार्ट बीट तेज होना, हाई ब्लड प्रेशर, तनाव और नींद तक की समस्या पैदा हो सकती है. बहुत अधिक चाय के सेवन का प्रभाव उम्र के आधार पर अलग हो सकती है. विशेषज्ञों के अनुसार, प्रति दिन 400 मिलीग्राम तक कैफीन की खुराक को सुरक्षित माना जाता है.
चाय का प्रभाव
अत्यधिक चाय के सेवन से हेपेटोटॉक्सिसिटी हो सकती है, जिससे लीवर खराब हो सकता है. यूरोपियन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक अन्य अध्ययन में बताया गया है कि ग्रीन टी के अत्यधिक सेवन लीवर की समस्या को जोखिम बढ़ सकता है.
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वहीं, चाय के पौधे-आधारित स्रोतों से आयरन का अवशोषण कम हो सकता है. यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए खरतनाक है जो पहले से ही आयरन की कमी से पीड़ित हैं या आयरन की कमी के कगार पर हैं, जैसे कि गर्भवती महिलाएं या एनीमिया वाले लोग. इसके अलावा, चाय कैल्शियम के अवशोषण में भी समस्या पैदा करने का एक कारण है, जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. इसलिए चाय के अत्यधिक सेवन करने पर कैल्शियम की कमी हो सकती है.
अधिक चाय का सेवन करने से स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभावों के अलावा जीवनशैली संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं. अत्यधिक चाय के सेवन से पेशाब से जुड़ी समस्याएं भी होती है. नींद में भी इससे बाधा पैदा होती है. इसके अलावा, अत्यधिक मात्रा में चाय पीने से भी दांतों पर दाग पड़ सकते हैं, क्योंकि चाय में natural pigment होते हैं जो दांतों के इनेमल पर चिपक जाते हैं जिसके कारण दांतों का रंग खराब होने लगता है.