लोग हाई यूरिक एसिड की समस्या से परेशान हो जाते है. लेकिन कई बार लोगों को लगता है कि यह उसके लिए बड़ी समस्या बन गई है. कुछ तो इसे क्रोनिकल डिजीज समझने लगते है वही कुछ लोगों को यह लगता है कि यह मधुमेह(शुगर) बीमारी के तरह है जिसे खत्म नहीं किया जा सकता है सिर्फ इस बीमारी को कम किया जा सकता है. लेकिन कुछ हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि अच्छी लाइस्टाइल और सही इलाज के बाद हाई यूरिक एसिड को खत्म किया जा सकता है.
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देश की राजधानी दिल्ली की सर गंगाराम अस्पताल में यूरोलॉजी विभाग के सिनियर डॉक्टर का मानना है कि यूरिक एसिड एक ऐसी बीमारी है जो कई कारणों के बाद शुरू होती है. उनका कहना है कि कई लोगों में यह पाया गया कि लिवर या किडनी में परेशानी होने के बाद शरीर में यूरिक एसिड बढ़ जाता है. आगे उन्होंने कहा कि कई बार नॉन वेज, शराब और हाई प्यूरिन फूड्स खाने के बाद हाई यूरिक एसिड बढ़ जाता है. वही एक और अन्य कारण है सही लाइफस्टाइल का न होना. शुरूआत में लोगों को हाई यूरिक एसिड का पता नहीं चलता है लेकिन बाद में जब यह ज्यादा बढ़ जाता है तब तो समस्या का कारण बन जाता है. हलांकि शुरुआत में कुछ परहेज कर इस समस्या का जड़ से खत्म किया जा सकता है.
डॉक्टर्स का मानना है कि अगर इसकी वजहों का पता चलते ही अच्छे डॉक्टर से इलाज शुरू करने से इसे जड़ से खत्म किया जा सकता है. हाई यूरिक एसिड के बढ़ने से शरीर के जोड़ो में दर्द शुरू हो जाता है. इसके लिए बीन्स, दाल, मटर, मशरूम, पालक, फूलगोभी टमाटर और शतावरी नहीं खाना चाहिए. वही नॉन वेज में मांस, सीफूड जैसे आइटम नहीं खाना चाहिए और शराब जैसी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए. इन चीजों में हाई यूरिक एसिड पाया जाता है.