कोरोना की दूसरी लहर ने देश की कमर तोड़ कर रख दी थी, हालांकि अभी सरकार ने तेजी से वैक्सीनेशन कर इस महामारी पर काबू पाने की कोशिश की है. अभी कोरोना देश से पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है, इस बीच मौसम ने बेवफाई करनी शुरू कर दी है. मध्य प्रदेश के जबलपुर में गर्मी और उमस ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. बारिश के समय पर नहीं होने की वजह से बढ़ी तपिश ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है. अगर अब ऐसे में बारिश हो भी जाती है तो फिर कुछ और समस्याएं बढ़ सकती हैं. अगर समय पर सावधानी नहीं बरती गई तो लोगों की परेशानियां कुछ ज्यादा ही बढ़ सकती हैं. मध्य प्रदेश के जबलपुर में इन दिनों कुछ ऐसा ही मौसम है.
मौसम में हो रहे तेजी से बदलाव की वजह से लोगों की जीवनशैली में भी असर पड़ रहा है. कभी तेज धूप की वजह से जोरदार तपिश हो रही है तो कभी बारिश होने की वजह से तापमान में गिरावट आ रही है. अचानक से हो रहे मौसम में इस तरह के बदलाव से लोगों की स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ रही हैं. ऐसे मौसम की वजह से एक बार फिर लोगों में सर्दी-जुकाम और बुखार जैसी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं देखने को मिल रही हैं. मौसम की इस मार में बच्चे, युवा और बुजुर्ग भी शामिल हैं. हालांकि अगर आप ऐसे मौसम में भी कुछ सावधानियां बरतें तो इन रोगों से बचा जा सकता है. इस मौसम में डेंगू, मलेरिया, चिकुनगुनिया, हैजा और डायरिया जैसी बीमारियां अपना प्रकोप फैला सकती हैं. इन बीमारियों से बचने के लिए आप को बारिश में भीगने से बचना होगा और अपनी साफ-सफाई पर ध्यान देना होगा.
बरसात में होती है त्वचा की समस्याएं
बारिश के मौसम में सड़कों और आस-पास के इलाकों में जलभराव और कीचड़ हो जाता है. ऐसी गंदगी भरे वातावरण में बीमारियां पैदा होती हैं. ऐसे मौसम में पैदा होने वाले मच्छर और मख्खियां वायरस फैलाते हैं और लोगों में बीमारियों के संवाहक बनते हैं. बरसात के मौसम में जलभराव, कीचड़ और गंदगी से बीमारियां पैदा होती हैं. इस मौसम में पैदा होने वाले मच्छर और बैक्टीरिया बीमारियां फैलाते हैं. ऐसे मौसम में खास तौर पर त्वचा में एलर्जी और दाने जैसी समस्याओं का होना एक आम बात हो जाती है. अगर समय पर इसका इलाज नहीं हुआ तो यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलने लगता है.
बारिश में बढ़ते हैं मच्छर और बीमारी
डॉक्टर्स बताते हैं कि बरसात से जमा हुआ पानी में मच्छर पैदा होते हैं. मलेरिया प्लास्मोडियम परजीवी आपके शरीर में पहुंचकर आपको एक जानलेवा रोग से ग्रसित कर देता है. यह मादा एनोफिलीज मच्छर के काटने से इंसानों में फैलता है. यह मच्छर बरसात के दिनों में ज्यादा तेजी से प्रजनन करते हैं जिसके बाद इनकी संख्या बहुत तेजी से बढ़ती है. इससे बचाव का सबसे बेहतर तरीका है कि घर और आसपास पानी का जमाव न होने दें.
Source : News Nation Bureau