Cancer of Women: महिलाओं को शिकार बनाने वाले कई प्रकार के कैंसर होते हैं.कैंसर एक असामान्य सेलों की विक्रिया का परिणाम है जो अनियमित रूप से शरीर के अन्य स्वस्थ सेलों के साथ विकसित होते हैं. इन असामान्य सेलों की अधिकता और अनियमित विकास नेत्रों की असामान्य वृद्धि का कारण बनता है, जो एक या एक से अधिक ओर्गनों या टिश्यू को प्रभावित कर सकते हैं. कैंसर कई प्रकार के हो सकते हैं, जिसमें स्तन कैंसर, गर्भाशय कैंसर, ब्लड कैंसर, लंग कैंसर, पेट कैंसर, कोलोरेक्टल कैंसर, अंग्रेजी में बोले जाने वाले गांठीय कैंसर, पेशाब करते समय खून आना या फिर किसी अन्य अंग में असामान्य सेल की विक्रिया होना शामिल होता है.
कैंसर के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें आनुवांशिक, पर्यावरणीय, आहारी, और जीवनशैली के कारक शामिल होते हैं. धूम्रपान, अधिक स्थानिक अल्कोहल प्रयोग, अधिक अपशिष्ट और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों का सेवन, अपशिष्ट और प्रोसेस्ड मांस उपभोग, और शारीरिक गतिविधियों में कमी कुछ कैंसर के लिए प्रमुख कारक हो सकते हैं. कैंसर के लिए इलाज कई तरीकों से किया जा सकता है, जैसे कि सर्जरी, केमोथेरेपी, रेडियोथेरेपी, टारगेटेड थेरेपी, इम्यूनोथेरेपी, और लक्ष्ययुक्त थेरेपी. इलाज का चयन अक्सर कैंसर के प्रकार और विकास के स्तर पर निर्भर करता है. कैंसर के खिलाफ लड़ने के लिए नियमित चेकअप, स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, धूम्रपान और अत्यधिक अल्कोहल का नियंत्रण, और स्ट्रेस प्रबंधन की अवश्यकता होती है. WHO के एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2022 में महिलाओं में स्तन कैंसर के 27 फीसद और सर्वाइकल कैंसर के 18 फीसद नए मामले दर्ज किए गए हैं.
स्तन कैंसर (Breast Cancer): स्तन कैंसर महिलाओं में सबसे आम और भारतीय महिलाओं में सबसे प्रमुख कैंसर है. इसमें स्तन के ऊपरी भाग में अनियमित गांठें या गांठों के रूप में स्थानांतरित कोशिकाएं होती हैं. स्तन कैंसर एक कैंसर है जो महिलाओं के स्तन में होता है. यह एक असामान्य और अनियमित गांठ के रूप में शुरू होता है, जिसमें स्तन के ऊपरी या निचले भाग में स्थानांतरित कोशिकाएं शामिल होती हैं. अधिकांश स्तन कैंसर महिलाओं में पाया जाता है, लेकिन कभी-कभी पुरुषों में भी यह पाया जा सकता है.
स्तन कैंसर के कुछ प्रमुख लक्षण निम्नलिखित होते हैं:
स्तन में गांठों का उत्पन्न होना
आकार में बदलाव, जैसे कि दबाव या वृद्धि
त्वचा के संगमन स्थान पर चिपचिपाहट, छाले या सूजन
स्तन से आउट करने वाली श्वेत या पीले गाढ़ा पदार्थ या श्वेत या लाल निपल्स
निपल्स से रक्त या अनुभूति की वृद्धि
स्तन कैंसर के कई प्रकार होते हैं और इसका इलाज उपयुक्त चिकित्सा देखभाल द्वारा किया जाता है. इसमें रेडिओथेरेपी, केमोथेरेपी, सर्जरी और अन्य उपचार शामिल हो सकते हैं, जो व्यक्तिगत स्थिति और कैंसर के प्रकार पर निर्भर करते हैं. स्तन कैंसर का सटीक कारण अभी तक निर्धारित नहीं किया गया है, लेकिन कुछ रिस्क फैक्टर्स जैसे जीवनशैली, जीनेटिक परिवारिक इतिहास, ब्यूटीफाल सिलिकॉन और प्राकृतिक विकास के संबंध में जानकारी उपलब्ध है.
सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer): यह कैंसर गर्भाशय के गर्भाशय मुख या सिर्विक्स में होता है. इसकी मुख्य वजह होती है मानसिक अस्वस्थता या पर्याप्त हाईजीन न होना. सर्वाइकल कैंसर एक प्रकार का कैंसर है जो महिलाओं के गर्भाशय के मुख (सर्वाइक्स) में होता है. यह एक असामान्य और अनियमित सेल के विकास का परिणाम होता है जो स्तन्यांग या अन्य अंगों में विकसित हो सकता है.
सर्वाइकल कैंसर के कुछ मुख्य लक्षण शामिल हैं:
अनियमित ब्लीडिंग या ब्लीडिंग के बाहरी समय
सम्भावित गांठ या गांठों की गठन
निम्न पेट के दर्द या दबाव का अनुभव
संभावित सेक्स के दौरान ब्लीडिंग या अनुभव
सर्वाइकल कैंसर का कारण अधिकांश अवसादी कॉगन इन्फेक्शन (HPV) का होता है, जो एक संक्रामक रोग है जो जीवनसूत्र के माध्यम से फैलता है. यह भी अन्य रिस्क फैक्टर्स शामिल करता है, जैसे कि सिगरेट स्मोकिंग, अन्य लिंगात्मक संबंध, गर्भावस्था के बारे में कम जानकारी और कम नमक या अधिक सेक्सुअल साथीयता के कारण.
सर्वाइकल कैंसर को पहचानने और उसका इलाज करने के लिए नियमित चेकअप और वैज्ञानिक चिकित्सा देखभाल अत्यंत महत्वपूर्ण है. आमतौर पर, इसका इलाज सर्जरी, रेडियोथेरेपी, केमोथेरेपी, या उनका संयोजन हो सकता है, जो कैंसर की प्रगति के आधार पर डॉक्टर द्वारा निर्धारित किया जाता है.
गर्भाशय कैंसर (Ovarian Cancer): गर्भाशय के अंदर के भाग में होता है और इसके लक्षण सामान्यतः पहले स्थिति में नहीं पहचाने जा सकते हैं. गर्भाशय कैंसर या ओवेरियन कैंसर, महिलाओं के गर्भाशय के अंदरी भाग में होने वाला एक प्रकार का कैंसर है. गर्भाशय कैंसर गर्भाशय के अंदरी भाग में असामान्य और अनियमित सेल के विकास के कारण होता है. यह कैंसर धीरे-धीरे विकसित होता है और अक्सर शुरुआती अवस्थाओं में लक्षणों की कमी के कारण बच्चों में विलंब के साथ पहचाना जाता है.
गर्भाशय कैंसर के कुछ मुख्य लक्षण शामिल हो सकते हैं:
पेट में सूजन या भारीपन का अनुभव
बदलते हुए पेट की आकृति या आकार
पेट के निचले हिस्से में दर्द या दबाव का अनुभव
पेट में वायु, गैस या तेज़ वजन की गिरावट
अनियमित बार-बार मूत्र या पेशाब के साथ ब्लडी डिस्चार्ज का अनुभव
गर्भाशय कैंसर के लिए कारण कई हो सकते हैं, जैसे कि बड़े उम्र, विशेष रूप से सुडौल और मोटी महिलाओं में, गर्भाशय के एक उत्तरायण में नियमित उत्पन्न होने वाले अंडाणु या अंडाणु के संबंधित संबंध, या इसके परिवारिक इतिहास में गर्भाशय कैंसर का इतिहास.
गर्भाशय कैंसर का इलाज अक्सर सर्जरी, केमोथेरेपी, रेडियोथेरेपी और अन्य उपचारों का संयोजन होता है, जो रोग के स्थिति और ग्रेड पर निर्भर करता है. यह जरूरी है कि माहिलाएं नियमित चेकअप करवाएं और अपने डॉक्टर से सम्पर्क करें यदि कोई लक्षण प्रकट हों.
ये कुछ महिलाओं को प्रभावित करने वाले कैंसर के प्रमुख प्रकार हैं, लेकिन सही जानकारी और समय रहते चिकित्सा सहायता से इनका इलाज संभव हो सकता है. नियमित चेकअप और स्वस्थ जीवनशैली को बनाए रखना भी कैंसर के खिलाफ सबसे अधिक सशक्त रक्षा प्रणाली है.
Source : News Nation Bureau