आज के समय में लोगों के पास खुद को फिट रखने के लिए समय बहुत मुश्किल से बच पाता है. ऐसे में खुद को फिट रखना एक मुश्किल काम हो गया है. कोरोना काल में लोगों ने खुद को स्वस्थ रखने के लिए घर में ही एक्सरसाइज करना शुरू किया. सुबह-शाम योग, जॉगिंग और न जाने क्या-क्या. लेक्नि जैसे ही कोरोना से थोड़ी राहत मिली वैसे ही लोगों ने फिर से काम पर जान शुरु कर दिया और खुद को फिट रखने के तरीके कम कर दिए. शरीर के अंदर कितनी बीमारियां कब हो जाती हैं ये आपको पता नहीं चल पाता. इसलिए ऐसे में ज़रूरी है कि कोई गैजेट्स आपके पास रह कर आपको आपकी सेहत के बारें में बताती रहे. बीते कुछ महीनो में लोगों ने कुछ ऐसे फिटनेस गैजेट्स अपनाए हैं जिनका उन्हें बहुत फायदा मिला है. लोग इन गैजेट्स की वजह से काफी ज्यादा अपनी सेहत के लिए सतर्क हो गए हैं और उनका समय भी बचने लगा है.
यह भी पढ़ें- वैज्ञानिकों का चौंकाने वाला खुलासा, इंसान का ये अंग करता है सबसे ज़रूरी काम
Motorola MotoActv एक तरह से फिटनेस ट्रैकर और एमपी3 प्लेयर है. इसमें इस्तेमाल की गई एक्युजेंस और जीपीएस तकनीक की मदद से ये आपकी रनिंग, ट्रैकिंग, साइक्लिंग समेत करीब 20 से ज्यादा एक्टिविटीज को सीधे डिवाइस और इसके ऑनलाइन पोर्टल पर मॉनीटर कर सकता है. 8 जीबी के मेमोरी कार्ड में आप अपने मन पसंद गाने बजा सकते हैं.
iPod Nano 7वीं जनरेशन का फिटनेस गैजेट है। ये आपको म्यूजिकल मोटीवेशन भी देता है. खास बात ये है कि इसके साथ आपको किसी तरह के रिसीवर या शू सेंसर की जरूरत नहीं पड़ेगी. जो कदमों की चाल, दूरी, समय और कैलोरीज का डेटा देता है. इसमें ब्लूटूथ तक्नीकि का इस्तेमाल किया गया है, जो आपके दिल की धड़कन को मॉनीटर कर सकता है.
Pear Square One आपके पॉकेट में एक रनिंग कोच है. ये आपके दिल की धड़कन, कदमों की चाल और दूरी को मॉनीटर करता है, साथ ही आपके हिसाब से एक वर्कआउट डेटा तैयार करता है, जिसे आप लागू कर सेहतमंद रह सकते हैं.
Reebok inTouch Heart Rate Monitor वर्कआउट परफॉर्मेंस को ट्रैक करता है. इस दौरान ये आपकी हार्ट रेट, बर्न्ड कैलोरीज, दूरी आदि को मॉनीटर करता है.
BodyMedia’s Adhesive Patch को आप अपनी त्वचा पर कहीं भी लगाकर कई दिनों तक रख सकते हैं। ये आपकी रोज की गतिविधियों, बर्न्ड कैलोरीज, सोने के तरीकों आदि आपके हर पल की मोनोटरिंग करेगा.
यह भी पढ़ें- सर्दियों में कमर दर्द से राहत दिलाएंगे सोंठ के लड्डू
ये सारे गैजेट्स आपके दिन को आपकी सेहत को बेहतर बनाने के लिए काम करते हैं. लेकिन इन सब बातों के आगे आपको इस बात का भी ध्यान देना है कि आपकी सेहत इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स पर ही निर्भर नहीं रह सकती. इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का इस्तेमाल इंसान समय बचाने के लिए करता है. लेकिन स्वास्थ और लम्बी ज़िन्दगी जीने के लिए योग, एरोबिक्स, सही दिन चर्या आदि का सहारा भी आप ले सकते हैं. कहने का मतलब यह है कि इंसान को अपनी सेहत को इलेक्ट्रॉनिक चीज़ों पर निर्भर कम और प्राकृतिक चीज़ों पर ज्यादा होना चाहिए.
कई बार देखा गया है कि इलेक्ट्रॉनिक चीज़ों की वजह से इंसान डिप्रेशन की ओर भी गया है. क्योंकि इलेक्ट्रॉनिक चीज़ों की रेंज से इंसान की आंखों में भी नुक्सान हुआ है और दिल की बीमारियों की चपेट में इंसान बहुत आसानी से आया है. हालाकि ये इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स समय में बचत करते हैं लेकिन इनका बुरा असर आपके शरीर के सबसे महत्वपूर्ण भाग में पड़ता है और वो है दिल और दिमाग. इसलिए आपको सोच समज कर इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का इस्तेमाल करना चाहिए.