Tips for Healthy pregnancy: कुछ गर्भवती महिलाएं नौ महीने या प्रेग्नेंसी के 37वें हफ्ते से पहले ही बच्चे को जन्म दे देती हैं. इस स्थिति को प्रीटर्म लेबर (Preterm Labour) या प्रीमेच्योर डिलीवरी (premature delivery) कहा जाता है. डिलीवरी डेट से 3 हफ्ते पहले प्रसव होने को प्रीमैच्योर लेबर कहते हैं. समय से पहले जन्मे शिशुओं में पूर्ण अवधि के शिशुओं की तुलना में स्वास्थ्य समस्याएं होने की अधिक संभावना होती है. इनमें अस्थमा, भोजन संबंधी समस्याएं विकसित होने या लंबे समय तक रहने की अधिक संभावना होती है. ऐसे में आज हम आपको ऐसे एक फल के बारे में बता रहे हैं, जो प्रीमेच्योर डिलीवरी के खतरे को कम करता है. गर्भवती महिलाओं के लिए ये रामबाण की तरह है. यहां बात हो रही है अनार (Pomegranate) की. गर्भवती महिलाओं के लिए हर रूप में लाभकारी होता है. भरपूर विटामिन्स, मिनरल और फोलिक एसिड जिसकी आवश्यकता गर्भवती महिलाओं को होती है. यह गर्भवती महिला के शिशु के विकास में सहायक होते हैं. इसके अतिरिक्त इसके सेवन से प्रीमेच्योर डिलीवरी का खतरा भी कम रहता है.
खून की कमी से नहीं होंगे परेशान
एनिमिया, ब्लड प्रेशर समेत कई बीमारियों में राहत दिलाता है. अनार खून बढ़ाने की सबसे कारगर औषधि है. यदि नियमित तौर पर इसका सेवन किया जाए तो खून की कमी कभी नहीं होगी. अनार में भरपूर आयरन, एनर्जी, अनसैचुरेटेड फैटी एसिड, फाइबर, प्रोटीन, विटामिंस और थाइमिन होते हैं. साथ ही इसमें एंटी ऑक्सीडेंट, फोलिक एसिड और राइबोफ्लेविन भी भरपूर होते हैं. अनार के सेवन से एनीमिया की समस्या ठीक हो जाती है. इसका रोज सेवन करने से एनीमिया से पीड़ित व्यक्ति की लाल रक्त कणिकाएं बढ़ती हैं, जिससे खून की कमी दूर होती है.
कैंसर जैसी घातक बीमारियों से बचाता
अनार में पाए जाने वाले कई एंटी ऑक्सीडेंट तत्व कैंसर जैसी बीमारियों से लड़ने में सहायक होते हैं. नियमित रूप से अनार का जूस या अनार खाने से ब्रेस्ट और स्किन कैंसर का खतरा कम होता है. जिन लोगों को कैंसर हो गया है, वे लोग भी रोज अनार के जूस का सेवन करते रहें. इससे कैंसर के बढ़ने का खतरा कम हो जाता है. अनार खाने से मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों के दर्द से राहत मिलती है. जिन लोगों को अक्सर जोड़ों में दर्द की शिकायत रहती है, वह इसका रोजाना सेवन करें
Source : News Nation Bureau