आज कल की लाइफस्टाइल के चलते और बिगड़े हुए खान पान की वजह से लोगों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. काम के प्रेशर के चलते लोग ठीक तरीके से नींद भी नहीं ले पा रहे हैं. बेहतर नींद प्रोडक्टिविटी, मूड, एनर्जी लेवल और कंसन्ट्रेशन को बढ़ाने से लेकर, मेंटल और फिजिकल हेल्थ को भी कंट्रोल में रखने तक में अहम भूमिका निभाती है. मीडिया रिपोर्ट्स और आयुर्वेद के अनुसार, सोने से पहले कैफीन (चाय-कॉफी) और स्क्रीन टाइम (मोबाइल-लैपटॉप) से दूर रहने,और दिशा पर भी ध्यान देना जरूरी है. जानकरों के मुताबिक आपको कभी उत्तर दिशा की ओर नहीं सोना चाहिए.
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उत्तर में सोना है मुश्किल
ऐसा इसलिए है क्योंकि पृथ्वी के उत्तर में मनुष्य के सिर की तरह ही धनात्मक आवेश (Positive Charge) होता है. ऐसे दो धन आवेशित चुम्बक मन में कहर ढा सकते हैं. आयुर्वेदिक रूप से ये चुंबकत्व, ब्लड सर्कुलेशन, स्ट्रेस को प्रभावित करने और मन में अशांति पैदा करने के लिए जाना जाता है.
पूर्व में सोने के फायदे
अगर आप अपनी याददाश्त बढ़ाना चाहते हैं, तो आपको पूर्व दिशा में सिर करके सोना चाहिए. जानकरों के मुताबिक इस दिशा में सोने से आपका ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहता है. इसके अलावा इस दिशा में सोना कन्संट्रेशन में सुधार, ध्यानपूर्ण नींद और बहुत अच्छी सेहत को बढ़ावा देता है.
वेस्ट में सोने से आते बुरे सपने
वास्तुशास्त्र के अनुसार, पश्चिम दिशा को प्रयास करने वाली दिशा माना जाता है, इस दिशा में सोने से आपको नींद तो आ सकती है, लेकिन परेशान करने वाले सपने भी आएंगे. आपको डरावने सपने भी आ सकते हैं.
गहरी नींद के लिए साउथ है बेस्ट
दक्षिण यानी साउथ डायरेक्शन में सिर करके सोने से गहरी नींद आती है. ये आपको एक तरह से पॉजिटिव एनर्जी देता है.
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Source : News Nation Bureau