दुनिया भर में नए सिरे से फैल रहे कोरोना संक्रमण (Corona Epidemic) के लिए ओमीक्रॉन (Omicron) वैरिएंट के सब लीनेज बीएफ.7 को जिम्मेदार माना जा रहा है. चीन में कोरोना संक्रमण के हाहाकारी स्तर पर बढ़ते मामलों के बीच भारत फिर एक अच्छी खबर दे रहा है. भारत ने सॉर्स कॉव-2 वायरस के एक नमूने को सफलतापूर्वक अलग कर लिया है, जिसमें बीएफ.7 (BF.7)है. अब देश में उपलब्ध कोरोना वैक्सीन का इस पर प्रभाव को जाना जाएगा. इस तरह जनवरी में भारत (India) में कोरोना मामलों की जो उछाल की आशंका जताई जा रही है, उससे मुकाबला करने में भारी मदद मिलेगी. सरकारी सूत्रों के मुताबिक देश में उपलब्ध टीकों के प्रभाव का आकलन करने के लिए नमूने का अध्ययन किया जा रहा है. वैज्ञानिक इस बात का अध्ययन कर रहे हैं कि क्या हालिया दौर में भारत में उपलब्ध टीके नए सब-वैरिएंट से होने वाले कोरोना संक्रमण या इससे जुड़ी गंभीर बीमारी को रोकने में प्रभावी हैं. गौरतलब है कि जुलाई से अब तक भारत में बीएफ.7 वैरिएंट की वजह से कोविड-19 संक्रमण (Corona Virus) के चार मामले सामने आए हैं.
बीएफ.7 संक्रमित सभी लोगों में लक्षण न के बराबर
बीएफ.7 संक्रमण के गुजरात में तीन मामले सामने आए हैं और ओडिशा में भी ऐसे एक मामले की पुष्टि हुई है. चारों मरीज एसिम्प्टोमेटिक थे या उनमें संक्रमण के हल्के लक्षण थे. सभी संक्रमित होने के बाद बीमारी से उबर गए. पहला मामला अहमदाबाद में जुलाई में दर्ज किया गया. वहां एक 60 वर्षीय व्यक्ति को कोविड पॉजिटिव पाया गया था और उसके नमूने में सब-वैरिएंट बीएफ.7 दिखा. राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक संक्रमित वृद्ध को खांसी और हल्का बुखार था. अहमदाबाद में दूसरा मामला सोला इलाके के 57 वर्षीय व्यक्ति का था. अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के अधिकारियों ने कहा कि ठीक होने के बाद यह शख्स फिलहाल ऑस्ट्रेलिया में है. इस शख्स के करीबी लोगों में कोई लक्षण नहीं पाया गया है. वडोदरा में अमेरिका से आई 61 वर्षीय महिला के नमूने से सब-वैरिएंट पाया गया. उनमें कोविड से जुड़े लक्षण दिखे थे, इसलिए टेस्ट कराने की सलाह दी गई थी.
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बीएफ-7 संक्रमित शख्स 10 और को संक्रमण दे सकता है
अधिकारियों के मुताबिक ओडिशा में एक 57 वर्षीय महिला को बीएफ.7 सब-वैरिएंट की वजह से कोरोना संक्रमित पाया गया. इस महिला को अमेरिका जाना था, जिसकी वजह से कोविड टेस्ट कराया गया था. इस महिला में भी कोरोना संक्रमण के कोई लक्षण नहीं थे. विशेषज्ञों के मुताबिक चीन, जापान और दक्षिण कोरिया सहित कई अन्य देशों में नए कोविड मामलों में उछाल के लिए बीएफ.7 सब-वैरिएंट को जिम्मेदार माना जा रहा है. अब जब इसे अलग करने में सफलता हासिल कर ली गई है, तो भारत में इसके प्रभाव का आकलन करने में कुछ और समय लगेगा. आईसीएमआर से जुड़े वैज्ञानिक डॉ. एन के मेहरा के मुताबिक बीएफ.7 वैरिएंट से संक्रमित एक व्यक्ति कम से कम 10 अन्य लोगों को संक्रमित कर सकता है. नमूने पर उपलब्ध वैक्सीन के प्रभाव के अध्ययन के बाद जनवरी में अगर कोरोना की नई लहर आती है, तो उससे मुाबला करने में मदद मिलेगी.
HIGHLIGHTS
- भारतीय वैज्ञानिकों ने कोविड संक्रमण के लिए जिम्मेदार बीएफ.7 सब-वैरिएंट को अलग किया
- अब देश में उपलब्ध कोरोना वैक्सीन का इस सब-वैरिएंट पर प्रभाव का आकलन किया जाएगा
- इस तरह नए मामलों में उछाल के लिए जिम्मेदार बीएफ.7 से मुकाबला करने में मिलेगी मदद